नई दिल्ली। नाथन लियोन ने पांच विकेट से ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे टेस्ट मैच
के दूसरे दिन चाय के विश्राम तक भारत के शीर्ष सात बल्लेबाजों को पवेलियन भेजकर मैच पर
अपना दबदबा बना लिया। चाय के विश्राम के समय भारत का स्कोर 62 ओवर में सात विकेट पर
179 रन है। लियोन ने टेस्ट क्रिकेट में 22वीं बार पांच विकेट झटके। उन्होंने अब तक 20 ओवर में
41 रन देकर पांच विकेट झटके है। पिछले मैच में अर्धशतक लगाने वाले अक्षर पटेल 28 और
रविचंद्रन अश्विन 11 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद है। दोनों ने आठवें विकेट के लिए 40 रन की
अटूट साझेदारी कर मैच में भारत की वापसी करायी है। भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया से पहली पारी के
आधार पर अब भी 84 रन पीछे है।
विराट कोहली (84 गेंदों में 44 रन) और रविंद्र जडेजा (74 गेंदों पर 26 रन) ने लंच के बाद के सत्र
में पांचवें विकेट के लिए 59 रन जोड़कर भारतीय पारी को स्थिरता प्रदान की लेकिन टॉड मरफी (14
ओवर में 37 रन पर एक विकेट) पदार्पण कर रहे बाएं हाथ के स्पिनर मैट कुहनेमैन (20 ओवरों में
64 रन पर एक विकेट) ने दोनों को जल्दी-जल्दी आउट कर ऑस्ट्रेलिया को मजबूत स्थिति में पहुंचा
दिया। पिच अभी बल्लेबाजी के लिए ज्यादा मुश्किल नहीं है लेकिन ऑस्ट्रेलिया के स्पिन गेंदबाजों की
तिकड़ी ने सही दिशा में गेंदबाजी करते हुए भारतीयों पर शिकंजा कसे रखा।
कोहली मैच में शानदार लय में दिख रहे थे और बड़ी पारी खेलने की ओर बढ़ रहे थे लेकिन उन्हे
किस्मत का साथ नहीं मिला। अंपायर ने कुहनेमैन की गेंद पर उन्हें पगबाधा करार दिया। भारत के
इस पूर्व कप्तान ने मैदानी अंपायर के फैसले के खिलाफ डीआरएस (अंपायर के फैसले की समीक्षा)
लिया लेकिन टेलीविजन रीप्ले में इस बात का कोई निर्णायक सबूत नहीं मिला कि गेंद पहले पैड पर
लगी या बल्ले से। आखिरकार मैदानी अंपायर का फैसला बरकरार रहा और कोहली को पवेलियन
लौटना पड़ा। इससे पहले मरफी ने पिछले कुछ समय से भारत के लिए लगातार अच्छी बल्लेबाजी
कर रहे जडेजा को पगबाधा किया। इन दोनों के पवेलियन लौटने के बाद विकेटकीपर कोना भरत
(पांच) ने बल्ले से एक और बार निराश किया। वह स्वीप शॉट खेलने के चक्कर में गेंद उनके ग्लव्स
में लगी और स्लिप में खड़े स्टीव स्मिथ ने विकेटकीपर के पीछा भाग कर शानदार कैच लपका।
इससे पहले दिन के शुरूआती सत्र में लोकेश राहुल (17) की खराब लय जारी रही जबकि चेतेश्वर
पुजारा (शून्य) अपने 100वें टेस्ट की पहली पारी यादगार नहीं बना सके। भारतीय शीर्ष क्रम में सिर्फ
कप्तान रोहित शर्मा (32) ही अच्छी लय में दिखे। जामथा (नागपुर) की तुलना में कोटला की पिच
की गति थोड़ी अधिक थी। ऐसे में लियोन ने ‘फ्लाइटेड’ गेंदों का शानदार इस्तेमाल किया। इससे
बल्लेबाजों के मन में संदेह पैदा हुआ और वे बार-बार चकमा खाते दिखे। सलामी बल्लेबाज राहुल
ऑस्ट्रेलिया के दो डीआरएस (अंपायर के फैसले की समीक्षा) अपील में बच गए लेकिन इसके बाद
लियोन की गेंद पर पगबाधा होकर पवेलियन लौटे। लियोन ने ‘राउंद द विकेट’ से गेंदबाजी की और
उनकी गेंद को उम्मीद से ज्यादा टर्न मिली।
राहुल की लगातार असफलता के बाद एक बार फिर से शानदार लय में चल रहे शुभमन गिल को
अंतिम एकादश में मौका नहीं देने के टीम प्रबंधन के फैसले पर सवाल उठने लगे हैं। पिछले मैच में
शतकीय पारी खेलने वाले रोहित एक बार फिर स्वीप शॉट को प्रभावी तरीके से खेल रहे थे, लेकिन
वह लियोन की सीधी गेंद को पढ़ने में चूक कर बोल्ड हो गये। स्टेडियम में लगभग 20,000 दर्शकों
की तालियों की गड़गड़ाहट ने 100वें टेस्ट में पुजारा का स्वागत किया लेकिन वह पगबाधा हो गये।
पुजारा ने लियोन की फ्लाइटेड गेंद को रक्षात्मक तरीके से खेलने की कोशिश की लेकिन गेंद उनके
पैड से टकरा गयी। मैदानी अंपायर के नॉट आउट के फैसले के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने डीआरएस लिया
और पुजारा को पवेलियन लौटना पड़ा। चोट से वापसी कर रहे श्रेयस अय्यर (चार) क्रीज पर सहज
दिखे लेकिन उनकी बैकफुट फ्लिक को शॉटलेग पर खड़े पीटर हैंड्सकॉम्ब ने लपक लिया।