ऋषिकेश । गंगा आरती ट्रस्ट द्वारा, पूर्णानंद घाट में विश्व प्रसिद्ध प्रथम महिला गंगा आरती में महिलाओं द्वारा दिव्यांग बच्चों ने देर शाम गंगा आरती की। पहली बार दिव्यांग बच्चों के आयोजित होने वाली स्पेशल ओलिंपिक खेल प्रतियोगिता के लिए दिव्यांगों को तैयार किया जा रहा है। दो दिवसीय हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा ऋषिकेश में चल रहे स्पेशल ओलंपिक भारत उत्तराखंड प्रशिक्षण शिविर के फ्लोर बॉल गेम 40 एथलेट जिसमें मंगलदीप विद्या मंदिर अल्मोड़ा के कोच भूपेंद्र सिंह बिष्ट, रुद्रपुर कि कुछ पुष्पा त्रिपाठी कविता रावत, और रामनगर की खोज निधि चौहान और संजीव प्रकाश के साथ दिव्यांग बच्चों ने पूर्णानंद घाट पर की विशेष गंगा आरती। इस विशेष अवसर पर विशेष प्रार्थना पूजा व कामना की गई कि ईश्वर व गंगा माँ दिव्यांग बच्चों को शक्ति दें और स्वस्थ रखें इसके साथ ही महिला साधकों ने हवन कर आहुतियां दी।
ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट के अध्यक्ष हरिओम शर्मा ज्ञानी जी ने कहा अभिभावकों को दिव्यांग बच्चों के प्रति कर्तव्य और दायित्व का बोध कराते हुए कहा कि उनके प्रति जब तक अभिभावक व्यवहार कुशल नहीं बनेंगे तब तक उनका मानसिक व नैतिक विकास नहीं होगा। ऐसे बच्चों के साथ माता-पिता सदा सहयोग एवं प्रेमवत व्यवहार करें। यदि आपके बच्चे अच्छा काम करता है तो उसे फौरन शाबासी दें। इससे उनका हौसला बढ़ेगा।
महिला गंगा आरती में मुख्य रूप डॉ. ज्योति शर्मा, सुषमा बहुगुणा, प्रमिला , वंदना, रीता और गायत्री आदि महिलाओं ने गंगा आरती की।