लखनऊ। उत्तर प्रदेश के ‘राजभवन’ में आयोजित दो दिवसीय ‘कबाड़ से
जुगाड़’ कार्यशाला में महिलाओं और बच्चों ने रद्दी से उपयोगी सामान बनाने का हुनर सीखा।
राजभवन द्वारा मंगलवार को जारी बयान के अनुसार, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के
पहल पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के सहयोग से राजभवन में ‘‘कबाड़ से जुगाड़‘‘
कार्यशाला का आयोजन किया गया था। इसमें अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू),
भातखण्डे विश्वविद्यालय, लखनऊ विश्वविद्यालय, मुइनुद्दीन चिस्ती भाषा विश्वविद्यालय, आईटी
कॉलेज तथा राजभवन में आवासित महिलाओं एवं बच्चों ने रद्दी का सदुपयोग कैसे करें, इसका
प्रशिक्षण प्राप्त किया।
इस दौरान महिलाओं व बच्चों ने पुराने रद्दी कागज से टोकरी तथा अन्य कलात्मक बर्तन बनाना,
कपड़ों पर पेंटिंग जैसे प्रशिक्षण प्राप्त किये।
प्रशिक्षण में मेरठ विश्वविद्यालय की कुलपति डॉक्टर संगीता शुक्ला ने ‘कबाड़ से जुगाड़’ के विभिन्न
उपयोगों के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर राज्यपाल पटेल के साथ 15 देशों के राजदूतों तथा विभिन्न विश्वविद्यालयों के
कुलपतियों ने कार्यशाला में तैयार किए गए उत्पादों का अवलोकन कर उनकी प्रशंसा की।