जिलोंग। एशिया कप की ही तरह श्रीलंकाई टीम ने टी-20 विश्व कप में भी
पहला मुकाबला हारने के बाद धमाकेदार वापसी की। नामीबिया से 55 रन से मात खाने वाली दासुन
शनाका की टीम ने अपने दूसरे मुकाबले में मंगलवार को यूएई पर 79 रन की बड़ी जीत दर्ज की।
यह विश्व कप में टीम की तीसरी सबसे बड़ी जीत है।
इस जीत के साथ 2014 की चैंपियन श्रीलंकाई टीम ने सुपर-12 में पहुंचने की उम्मीदें कायम रखी
हैं। अब उसे गुरुवार को अपने अंतिम लीग मुकाबले में नीदरलैंड्स को भी बड़े अंतर से हराना होगा।
साथ ही दुआ करनी होगी की यूएई नामीबिया को हरा दे। नीदरलैंड्स दोनों मैच जीतकर ग्रुप ए में
शीर्ष पर है। नामीबिया और श्रीलंका ने एक-एक मैच जीता है। पर बेहतर नेटरनरेट के आधार पर
नामीबिया दूसरे और श्रीलंका तीसरे नंबर पर है।
टॉस हारकर श्रीलंका ने पहले खेलते हुए पाथुम निशंका (74) की अर्धशतकीय पारी से आठ विकेट पर
152 रन बनाए थे। पाथुम के अलावा कुसल मेंडिस (18) और धनंजय डिसिल्वा (33) ही दोहरे अंक
तक पहुंच सके। टीम ने अंतिम पांच विकेट सिर्फ 35 रन जोड़कर गंवा दिए। यूएई के लिए जहोर
खान ने दो विकेट लिए।
श्रीलंकाई टीम ने 14 ओवर में तीन विकेट पर 117 रन बनाए लिए थे। पाथुम बड़ी पारी की ओर
बढ़ते दिख रहे थे। अपना तीसरा और पारी का 15वां ओवर करने आए भारतीय मूल के 22 वर्षीय
स्पिनर कार्तिक की पहली गेंद पर पाथुम ने दो और दूसरी पर एक रन लिया। तीसरी गेंद पर भानुका
कोई रन नहीं बना सके। ओवर की अंतिम तीन गेंदों पर उन्होंने लगातार तीन विकेट लेकर श्रीलंका
को बैकफुट पर धकेल दिया। उन्होंने चौथी, पांचवीं और छठी गेंद पर भानुका (5) , असालंका (0)
और शनाका (0) को आउट कर मौजूदा विश्व कप की पहली और कुल पांचवीं हैट्रिक लगाई। कार्तिक
का यह 13वां मैच था। पाथुम एक छोर पर डटे और दूसरे पर विकेट गिरते गए।
लक्ष्य का पीछा करते हुए यूएई की टीम 17.1 ओवर में मात्र 73 रन पर ढेर हो गई। उसके तीन
बल्लेबाज अयान अफजल खान (19), जुनैद सिद्दकी (18) और चिराग सूरी (14) ही दोहरे अंक
तक पहुंचे। टूर्नामेंट के सबसे युवा खिलाड़ी अयान (16 साल, 337 दिन) का यह सिर्फ तीसरा
अंतरराष्ट्रीय मैच है। श्रीलंका के लिए वानिंदु हसरंगा और दुष्मंता चमीरा ने तीन-तीन और महीश
तीक्ष्णा ने दो विकेट चटकाए।