वाशिंगटन। अमेरिका ने अपने नागरिकों को आतंकवाद एवं सांप्रदायिक हिंसा
की घटनाओं के मद्देनजर पाकिस्तान, खासकर उसके अशांत प्रांतों की यात्रा की अपनी योजना पर
पुनर्विचार करने का परामर्श दिया है।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को जारी एक यात्रा परामर्श में अपने नागरिकों से
आतंकवाद और अपहरण की घटनाओं के कारण बलूचिस्तान और पूर्व संघ शासित कबायली क्षेत्र
(एफएटीए) समेत खैबर पख्तूनख्वा (केपीके) प्रांत की यात्रा नहीं करने का आग्रह किया है।
अमेरिका ने ‘स्तर-तीन’ का परामर्श जारी करते हुए कहा है, ‘‘आतंकवाद और सांप्रदायिक हिंसा के
कारण पाकिस्तान की यात्रा पर पुनर्विचार करें। कुछ इलाकों में खतरा बढ़ गया है।’’
‘स्तर-तीन’ की यात्रा चेतावनी तब जारी की जाती है, जब दीर्घकालिक या गंभीर स्थितियों के कारण
यात्रियों और आगंतुकों को जोखिम होता है और जब गैर-जरूरी यात्रा से बचा जाना जरूरी समझा
जाता है।
अमेरिका ने अपने नागरिकों को आतंकवाद और सशस्त्र संघर्ष की आशंका के कारण नियंत्रण रेखा
(एलओसी) के आसपास के क्षेत्रों में भी यात्रा नहीं करने की सलाह दी है।
परामर्श में कहा गया है, “आतंकवादी बहुत कम या बिना किसी चेतावनी के हमला कर सकते हैं। वे
परिवहन केंद्रों, बाजारों, शॉपिंग मॉल, सैन्य प्रतिष्ठानों, हवाई अड्डों, विश्वविद्यालयों, पर्यटन स्थलों,
स्कूलों, अस्पतालों, पूजा स्थलों और सरकारी सुविधाओं को निशाना बना सकते हैं। आतंकवादियों ने
अतीत में अमेरिकी राजनयिकों और राजनयिक प्रतिष्ठानों पर हमले किए हैं।”