रायपुर। श्रीलंका लीजेंड्स ने अपने हरफनमौला प्रदर्शन की बदौलत शहीद वीर
नारायण सिंह इंटरनेशनल स्टेडियम में शुक्रवार को खेले गए दूसरे सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज लीजेंड्स
को 14 रनों से हराकर फाइनल में कदम रखा। पहले सेमीफाइनल में इंडिया लीजेंड्स ने ऑस्ट्रेलिया
लीजेंड्स को पांच विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश किया है। श्रीलंका और भारत के बीच फाइनल
एक अक्टूबर को इसी मैदान पर खेला जाएगा।
श्रीलंका लीजेंड्स द्वारा दिए गए 173 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए वेस्टइंडीज लीजेंड्स नरसिंह
देवनारायण के 63 रनों के बावजूद निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट पर 158 रन ही बना सकी।
इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बैटिंग करते हुए श्रीलंका लीजेंड्स ने 20 ओवरों में नौ विकेट
पर 172 रन बनाए। इसमें सबसे अधिक योगदान इशान जयरत्ने ने दिया, जिनके बल्ले से 19 गेदों
पर दो छक्कों और एक चौके की मदद से 31 रन निकले।
इसके अलावा महेला उदावंते ने 15 (11 गेंद, दो चौके, एक छक्का), सनत जयसूर्या ने 26 (19 गेंद,
दो चौके) और जीवन मेंडिस ने 25 (15 गेंद, तीन चौके, एक छक्का) रन का योगदान दिया।
कैरेबियाई लीजेंड्स की ओर से देवेंद्र बीशू और क्रिसमार सैंटोकी ने दो-दो विकेट लिए जबकि डारेन
पावेल, जेरोम टेलर, ड्वेन स्मिथ और सुलेमान बेन को एक-एक विकेट मिला।
श्रीलंका के 172 रन के जवाब में खेलने उतरी कैरेबियाई टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और
कप्तान ब्रायन लारा 17 के निजी योग पर नुवान कुलासेकरा का शिकार हुए। इसके बाद हालांकि
ड्वेन स्मिथ (23 रन, 24 गेंद, तीन चौके) ने नरसिंह देवनारायण (63 रन, 39 गेंदो, चार चौके, चार
छक्के) के साथ पारी को संभालने का काम किया। दूसरे विकेट के लिए दोनों की साझेदारी अर्धशतक
की ओर बढ़ रही थी तभी जयसूर्या ने स्मिथ को चलता कर दिया। स्मिथ और नरसिंह ने दूसरे विकेट
के लिए 45 रन जोड़े। कैरेबियाई टीम इस झटके से उबर भी नहीं सकी थी कि जयसूर्या ने किर्क
एडवडर्स को शून्य रन पर बोल्ड कर मैच में रोमांच ला दिया। रही-सही कसर कप्तान दिलशान ने 68
के कुल योग पर विलियम पर्किंस का विकेट लेकर पूरी कर दी।
तीन रनों के अंतराल में तीन विकेट गंवा चुकी कैरेबियाई टीम को बड़ी पारी का इंतजार था। नरसिंह
और डांजा हयात ने बढ़ती आवश्यक रनगति के बीच 54 रन की साझेदारी की, लेकिन गुनारत्ने ने
हयात को आउट कर विंडीज की पारी में बाधा डाल दी। इसके बाद नरसिंह ने अपना अर्धशतक पूरा
करते हुए जेरोम टेलर (नाबाद 19 रन, 15 गेंद, 2 चौके, 1 छक्का) के साथ साझेदारी बढ़ानी चाही
मगर कुलसेकरा ने नरसिंह को आउट कर कैरेबियाई टीम को मुश्किल में डाल दिया। अंतिम 6 गेंदों
पर कैरेबियाई टीम को 22 रनों की जरूरत थी, जिस पार पाना नामुमकिन लग रहा था और हुआ भी
यही। टेलर के छक्के के बावजूद श्रीलंकाई टीम 14 रनों से यह मैच जीतते हुए फाइनल का टिकट
कटा लिया। उसकी ओर से नुवान कुलासेकरा और जयसूर्या ने दो-दो विकेट लिए।