जिनेवा। पाकिस्तान में आई विनाशकारी बाढ़ का असर अफगानिस्तान के
शरणार्थियों सहित 3.3 करोड़ से अधिक लोगों पर पड़ रहा है। संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने यह
जानकारी दी।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) में
एशिया और प्रशांत क्षेत्र के क्षेत्रीय ब्यूरो की निदेशक इंद्रिका रतवाटे ने मंगलवार को जिनेवा में एक
प्रेस वार्ता में कहा कि पाकिस्तान दशकों से लाखों अफगान शरणार्थियों की मेजबानी कर रहा है।
उन्होंने कहा कि यूएनएचसीआर ने पहले ही पाकिस्तान के लिए चार एयरलिफ्ट पूरे कर लिए हैं, आने
वाले दिनों में कम से कम छह और निर्धारित हैं।
मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि जून के मध्य में शुरू हुई विनाशकारी मानसूनी
बारिश और बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,325 हो गई है और 12,703 लोग घायल हुए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रवक्ता तारिक जसारेविक ने मंगलवार को पत्रकारों को
बताया कि पाकिस्तान में बाढ़ से 1,460 से अधिक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित हुई हैं, जिनमें से 432
पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं और 1,028 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गईं।
उन्होंने कहा कि ट्रॉमा के मरीजों से निपटने के लिए आपातकालीन दवाओं, आपूर्ति और मामूली
सर्जिकल वस्तुओं का स्टॉक सीमित था।
डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता ने कहा कि रोग निगरानी को बढ़ाने, क्षतिग्रस्त स्वास्थ्य सुविधाओं को बहाल
करने, पर्याप्त दवा और स्वास्थ्य उत्पाद की आपूर्ति सुनिश्चित करने और प्रभावित समुदायों को
मानसिक स्वास्थ्य और मनोसामाजिक सहायता प्रदान करने की तत्काल जरूरत थी।