एजेंसी
लीमा। पेरू में सम्पन्न और ऊंचे संपर्क वाले लोगों का गोपनीय तरीके से कोरोना
वायरस टीकाकरण करने को लेकर आम जनता में रोष बृहस्पतिवार को और बढ़ गया। एक दिन पहले ही
दक्षिण अमेरिका में वेटिकन के राजदूत ने माना था कि स्वास्थ्यकर्मियों और गरीबों से पहले उनका टीकाकरण
हो चुका है।
तत्कालीन राष्ट्रपति, उनकी पत्नी और भाई समेत करीब 500 लोगों का गोपनीय तरीके से टीकाकरण करने के
कारण देश में असमानता को लेकर गुस्सा बढ़ गया है। लीमा में चिकित्सकों और नर्सों ने चुनिंदा लोगों का
गोपनीय तरीके से टीकाकरण करने को लेकर बुधवार को प्रदर्शन किया। इस बीच, शहर के आर्चबिशप ने
गुपचुप तरीके से टीका लगवाने को लेकर वेटिकन के राजदूत की आलोचना की।
आर्चबिशप कार्लोस कैस्टिलो ने सरकारी टेलीविजन पर कहा कि उन्होंने पोप फ्रांसिस के प्रतिनिधि निकोला
गिरासोली से संपर्क किया और कहा कि वह ‘‘विशेषाधिकार प्राप्त लोगों की सूची का हिस्सा हैं जिन्होंने परेशान
लोगों के पीठ पीछे कार्य किया।’’ गिरासोली ने मंगलवार को एक वक्तव्य में टीका लगवाने की पुष्टि की थी।