इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। एक तरफ जहां उनकी बेटी मरियम को सोमवार को एक अकाउंटबिलिटी कोर्ट के सामने पेश हुई वहीं उनके दामाद को बेनजीर एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया गया है।
बता दें कि नेशनल अकाउंटबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) मरियम और उनके परिवार के खिलाफ दर्ज लंदन की संपत्तियों से संबंधित मामले में जांच कर रहा है। मरियम नवाज को हवाई अड्डे से इसलिए जाने दिया गया, क्योंकि उनके खिलाफ जमानती वारंट था, लेकिन सफदर के खिलाफ गैर जमानती वारंट था।
सुनवाई के दौरान पीएमएल-एन के नेता तारिक फजल चौधरी ने मरियम की ओर से 5 लाख पाकिस्तानी रुपयों ($47,450) के ज़मानत बांड जमा कराए। अदालत में नवाज शरीफ द्वारा दायर अर्जी पर भी बहस हुई, जिसमें उन्होंने कोर्ट में उपस्थित होने से स्थायी छूट की मांग की है। लेकिन एनएबी के अभियोजन पक्ष ने न्यायालय से नवाज शरीफ के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी करने को कहा। शरीफ एनएबी अधिकारियों को सूचित किए बिना अपनी बीमार पत्नी की देखभाल के लिए लंदन गए थे।
अकाउंटबिलिटी कोर्ट के न्यायाधीश मोहम्मद बशीर ने पूर्व प्रधानमंत्री के आवेदन पर अपने निर्णय को सुरक्षित रख लिया। खबर के मुताबिक, सफदर को बेनजीर भुट्टो अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोमवार को तब गिरफ्तार कर लिया, जब वह लंदन से लौटे। बताया जा रहा है कि नोटिस के बावजूद पिछली सुनवाई में शामिल होने में विफल होने के बाद सफदर के खिलाफ अकाउंटबिलिटी कोर्ट ने गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया था।
गौरतलब है कि पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने पनामा मामले में भ्रष्टाचार के आरोप में 28 जुलाई को नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद के अयोग्य करार दिया था और उनके तथा उनके बच्चों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज करने को कहा था। इस फैसले के बाद शरीफ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि नवाज पिछले दिनों फिर अपनी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के अध्यक्ष चुन लिए गए।