स्टोर मैनेजमेंट के क्षेत्र में बनाइए करियर

asiakhabar.com | March 10, 2024 | 3:47 pm IST
View Details

आज के प्रतियोगी युग में हर अभ्यर्थी ऐसा पाठ्यक्रम चुनना चाहता है जिसे पूरा करते ही पैसा कमा सके। स्टोर मैनेजमेंट या मैटेरियल मैनेजमेंट ऐसा ही एक पाठ्यक्रम है जिसे पूरा करने के बाद रोजगार मिलना लगभग तय होता है। अगर आपने बारहवीं कक्षा पास कर ली है तो आप भी इस पाठ्यक्रम में दाखिला ले सकते हैं। इसमें भंडारण में संबंधित विभिन्न गुर सिखाए जाते हैं।
यह तीन वर्षीय पाठ्यक्रम है, जो डिग्री कोर्स के बराबर है। इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत खरीद−फरोख्त, स्टॉक का लेखा−जोखा रखने के लिए सांख्यिकी आदि विषयों का विस्तृत अध्ययन और अभ्यास कराया जाता है। स्टॉक इंचार्ज का काम बेहद जिम्मेदारी भरा होता है। इसलिए छात्रों को कोर्स के दौरान ऐसी विधियों की जानकारी दी जाती है कि वो अपनी जिम्मेदारी कम मेहनत में ज्यादा से ज्यादा कुशलता से निभा सकें।
प्रथम वर्ष में उन्हें हिंदी, अंग्रेजी दो भाषाओं के साथ एकाउंट्स बिजनेस, लॉ और स्टोर मैनेजमेंट पार्ट−1 पढ़ाया जाता है। दूसरे साल में हिंदी, अंग्रेजी, एकाउंट्स और स्टोर मैनेजमेंट पार्ट−2 की शिक्षा दी जाती है। वहीं तीसरे वर्ष हिंदी, अंग्रेजी एवं व्यावसायिक कानून और मैनेजमेंट पार्ट−3 पढ़ाया जाता है। इसके अलावा एक प्रोजेक्ट पर काम होता है, जिसमें प्रायोगिक अभ्यास के बाद रिपोर्ट बनानी होती है। इसमें क्रय−विक्रय उत्पादन का रिकार्ड रखने संबंधी काम करना होता है।
वोकेशनल कालेज से इस पाठ्यक्रम को पास करने के बाद डिग्री के साथ वोकेशनल ट्रेनिंग का प्रमाण पत्र दिया जाता है। इस पाठ्यक्रम की डिग्री बीए के समकक्ष होती है। अनुभव प्राप्त अभ्यर्थी को नियुक्ति के दौरान विशेष तरजीह दी जाती है। पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष में पंद्रह−बीस दिन के व्यावहारिक प्रशिक्षण हेतु अभ्यर्थियों को विभिन्न कंपनियों में भेजा जाता है, जहां उन्हें अपने आंतरिक गुणों को निखारने का मौका मिलता है। यहां उन्हें काम के दौरान होने वाली परेशानियों और दूसरे अनुभवों से अवगत होने का मौका मिलता है।
आज जहां व्यवसायिक क्षेत्रों में रोजगार के अवसर कम हो गए हैं, वहीं इस क्षेत्र में रोजगार के अनेक अवसर हैं। आज लगभग हर राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कंपनी में ब्रिकी, खरीददारी, उत्पादन भण्डारण आदि का काम होता है, वहां कच्चे माल स्टॉक आदि के रखरखाव और हिसाब−किताब के स्टॉक कीपर्स और स्टॉक इंचार्ज की नियुक्ति की जाती है। वहीं सरकारी−गैर सरकारी कंपनियों, सेना तथा राष्ट्रीय व बहुराष्ट्रीय कंपनियों में भी स्टॉक प्रबंधक की काफी मांग है। जहां उन्हें आठ से दस हजार तक वेतनमान के साथ−साथ अन्य सुविधाएं दी जाती हैं।
इस संस्थानों में इस पाठ्यक्रम से संबंधित ज्यादा जानकारी ले सकते हैं-
-भारतीय विद्या भवन, कनॉट प्लेस, नई दिल्ली।
-कालेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज, शेख सराय, नई दिल्ली।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *