रोजाना ऑफिस जाओ और काम करो एक ही रूटीन आपकी लाइफ को बोरिंग बना देता है। तो अपनी
लाइफ को थोड़ा स्पाइस अप करने और उसमें एक्साइटमेंट भरने के लिए जाएं छुट्टियों पर। घूमें हरी-भरी
वादियों में और भूल जाइए अपना सारा स्ट्रेस। हम आपको ले चलते हैं महाराष्ट्र… महाराष्ट्र का खंडाला।
ये महाराष्ट्र का बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है। 625 मीटर की ऊंचाई पर बसे इस जगह पर पहाड़ों से
गिरता झरना मन को सुकून देता है।
खंडाला बेहद छोटा सा हिल स्टेशन है पर इस छोटी सी जगह में इतना सौंदर्य बिखरा है कि इस जगह
को बार-बार देखने का मन करता है। यह जगह मुंबई की भीड़-भाड़ से करीब 101 किलोमीटर दूर है। यहां
के खूबसूरत पहाड़ आपकी थकान को पल भर में गायब कर देंगे और कुछ ही देर में मन को शांति
मिलने लगती है। मानसून के समय खंडाला की खूबसूरत अपने पूरे उफान पर होती है जिससे यहां पहुंचे
लोगों विस्मृत हुए बगैर नहीं रह पाते। बारिश के दौरान चारों ओर पसरी हरियाली को देखने यहां बड़ी
संख्या में सैलानियों का झुंड पहुंच जाता है।
शानदार आकर्षण और विस्मयकारी दृश्य:- सह्याद्री पर्वत श्रृंखला की पहाड़ियों और घाटियों में आराम से
बसे इस छुट्टी के स्थान में पूरे साल भर आनंददायक मौसम होता है। शानदार प्राकृतिक परिदृश्य से
सुशोभित खंडाला अपनी घास की पहाड़ियों, उज्जवल घाटियों, सुंदर झीलों और सुखद जलप्रपातों के
लुभावने दृश्यों के द्वारा अपने पर्यटकों को प्रभावित करता है। पर्यटकों के आकर्षण के कुछ स्थानों के
अंतर्गत अमृतांजन पॉइंट, ड्यूक्स नोज, रेवुड पार्क और भुशी बांध आते हैं। प्रचुर प्राकृतिक वैभव के
अलावा यह हिल स्टेशन अपने गुफा मंदिरों के लिए भी प्रसिद्द है, जो ईसा पूर्व दूसरी शताब्दी के हैं।
ये गुफा मंदिर बौद्ध स्थापत्यकला का प्रतिनिधित्व करते हैं और और अतीत में हिनायाना संप्रदाय की
उपस्थिति का प्रमाण हैं। प्रकृति प्रेमियों और उत्साहियों के लिए सुरम्य घाटियों में चलना एक रहस्यमयी
आकर्षण है जो इस स्थान की विशेषता है। खंडाला को प्रचुर प्राकृतिक सुंदरता भेंट स्वरुप मिली है और
मानसून का समय इस प्राकृतिक चमत्कार को देखने के लए सबसे अच्छा समय है जब यह अपनी चरम
सीमा पर होता है। चारों ओर सब कुछ सघन, हरा और ताजा दिखाई देता है जो आपमें एक मादक
भावना उत्पन्न करता है। अक्टूबर से मई तक का समय खंडाला घूमने के लिए उपयुक्त है। इस खूबसूरत
पहाड़ी इलाके का सबसे अच्छा लाभ ट्रैकिंग के माध्यम से लिया जाता है। चाहे आप शौकीन यात्री हैं या
अनुभवी है, पहाड़ों और चट्टानों के ऊपर तक पहुंचने के लिए एक पगडंडी का चुनाव करें और नीचे घाटी
को देखें। ड्यूक्स नोज पॉइंट और कार्ला पहाड़ियां रॉक क्लाइम्बिंग के दो लोकप्रिय स्थानों में से हैं।
पर्यटन के अंतर्गत अनेक आमोद:- प्रमोद आते हैं और यह देश के उन दिलचस्प क्षेत्रों में से एक है जहां
भव्य प्राकृतिक सुंदरता है। लोहगढ़ किले का अर्थ है लोहे का किला और इसे कैदियों को रखने के लिए
बनाया गया था। खंडाला के पास एक अन्य पर्यटन स्थल कुने प्रपात है जो 100 मीटर की ऊंचाई से
गिरता है। यह चारों ओर हरियाली से घिरा हुआ है। आप राजामची किला देखना नही भूल सकते जो एक
प्रतिष्ठित पर्यटन स्थल है और चारों ओर से सदाबहार घाटियों और उद्यानों से घिरा हुआ है। प्रचुर
प्राकृतिक सुंदरता से भरे हुए खंडाला के पर्यटन स्थल वास्तव में अद्भुत हैं।
कुछ अतिरिक्त विवरण:- खंडाला में सैर के लिए साल भर मौसम आदर्श रहता है। अधिकांश समय यहां
का मौसम गर्म और सत्कार शील होता है। हालांकि यहां घूमने के लिए शीत ऋतु सबसे उत्तम है। यहां
का शांत और लोभ्य मौसम इस स्थान पर छुट्टी के आनंद को बढ़ा देता है। निश्चिंत रहिये, यहां ट्रेकिंग
करने का अनुभव आपको जिंदगी भर याद रहेगा। चाहे आप मितव्ययी हों या अतिव्ययी हों, खंडाला अपने
शानदार दृश्यों और वातावरण के कारण अपने सभी आगंतुकों को मोहित करने में सफल हुआ है।
अपने विभिन्न व्यंजनों के लिए प्रसिद्द खंडाला में हॉट केक मिलती हैं। खंडाला तक हवाई यात्रा, रास्ते
और रेल के द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। मुंबई और पुणे के बीच की प्रमुख कड़ी, मुंबई-पुणे
राजमार्ग खंडाला से गुजरता है। आसपास के शहरों से इसकी पहुंच इसे लंबी पैदल यात्रा और आराम के
लिए एक आकर्षक स्थान बनाती है। खंडाला महाराष्ट्र के सभी प्रमुख शहरों से रेल, रास्ते और हवाई मार्ग
के द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। पुणे हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है यद्यपि अनेक इंटर
सिटी ट्रेन उपलब्ध हैं जो महाराष्ट्र के प्रमुख शहरों को खंडाला से जोड़ती हैं। शांति के कुछ पल प्राप्त
करने के लिए यह छोटा और प्यारा हिल स्टेशन उपयुक्त है।
ट्रेकिंग के लिए है खास:- प्रकृति की अविश्वसनीय सुंदरता से अटा पड़ा खंडाला ट्रेकिंग के लिए भी मशहूर
है। यहां स्थित ड्यूक नोज और कार्ला की पहाड़ियां दो लोकप्रिय रॉक क्लाइम्बिंग स्थल हैं। खंडाला में कई
ट्रैकिंग ट्रायल हैं। खंडाला उन लोगों के लिए बेहद रोमाचंक जगह है, जो साहसिक कार्य करने में रूचि
रखते हैं।
कैसे पहुंचे खंडाला:- मुंबई से सड़क मार्ग द्वारा खंडाला 99 किलोमीटर जबकि ट्रेन से इसकी दूरी 123
किलोमीटर है।
मुंबई से पुणे जाते समय कार एवं रेल मार्ग द्वारा खंडाला प्रथम तथा लोनावला द्वितीय पड़ाव पड़ते हैं।
दोनों नगरों में पांच किलोमीटर की दूरी है इसलिए कोशिश करें और जब भी खंडाला जाने का कार्यक्रम
बनाएं लोनावाला साथ ही घूमें।
खंडाला से नजदीकी हवाई अड्डा पुणे है। यहां उतर कर टैक्सी के जरिए खंडाला पहुंचे। खंडाला मुंबई और
पुणे के बीचों बीच बसा है इसलिए आप अगर मुंबई के एयरपोर्ट पर भी आते हैं तो वहां से सीधे खंडाला
पहुंच सकते हैं।