
हिंदू धर्म में चार धाम यात्रा का खास महत्व है। चार धाम में यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ शामिल हैं। केदारनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यहां दर्शन के लिए लाखों की संख्या में भक्त आते हैं। केदारनाथ धाम हर साल लगभग 6 महीने के लिए खुलता है। इस साल मंदिर के कपाट 2 मई को खुलेंगे और अक्टूबर के महीने में बंद हो जाएंगे। ऐसे में अगर आप इस साल केदारनाथ धाम दर्शन के लिए जा रहे हैं तो यहां के आसपास की कुछ जगहों की सैर जरूर कर आएं।
गुप्तकाशी
गुप्तकाशी एक फेमस तीर्थ स्थल है, जो उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। केदारनाथ मंदिर से थोड़ी ही दूरी पर है। यह जगह प्राचीन विश्वनाथ मंदिर, अर्धनारीश्वर मंदिर और मणिकर्णिक कुंड के लिए फेमस हैं।
गौरीकुंड
गुप्तकाशी में गौरीकुंड केदारनाथ यात्रा शुरू होने से पहले शुरुआती पॉाइंट और अंतिम सड़क होने के लिए फेमस है। ये मंदाकिनी नदी के किनारे पर है और इसे सही मायने में आध्यात्मिकता और मोक्ष का प्रवेश द्वार माना जाता है। गौरीकुंड मंदिर और गौरी झील जरूरी जगहों में से एक हैं। जिनके लिए यह जगह फेमस है।
चोराबारी झील
उत्तराखंड में केदारनाथ मंदिर से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चोराबारी झील एक अनोखी झील है जिसे गांधी ताल के नाम से भी जाना जाता है। क्रिस्टल साफ खूबसूरत झील देखने दूर-दूर से बहुत से पर्यटक आते हैं।
त्रियुगीनारायण
त्रियुगीनारायण हिंदू पूजा के लिए एक फेमस जगह है जो उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। ये एक हिंदू मंदिर है जो भगवान विष्णु को समर्पित है।
सोनप्रयाग
भारत के उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित सोनप्रयाग का धार्मिक महत्व बहुत ज्यादा है क्योंकि यह दो शक्तिशाली नदियों बासुकी और मंदाकिनी के पवित्र संगम का प्रतीक है। सुंदर हिमालयी नजारों के बीच बसा यह शांत गांव पवित्र चार धाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एक जरूरी जगह है, जिसमें केदारनाथ और बद्रीनाथ के पवित्र मंदिर शामिल हैं।