ऐप डेवलपर्स आपके स्मार्टफोन्स में अनइंस्टॉल या डिलीट किए गए ऐप्स के बारे में जानकारी प्राप्त कर लेते हैं।
ऐसा डेवलपर्स इन ऐप्स के साथ इंस्टॉल हुए एप ट्रैकर की मदद से करते हैं। अगर, आपको कोई ऐप पसंद नहीं
आया और आपने उस ऐप को अपने फोन से डिलीट कर दिया तो ऐप डेवलपर्स को पता लग जाता है कि आपने
अपने फोन से ऐप को डिलीट कर दिया है। इसके बाद ऐप डेवलपर्स आपको ट्रैक करके नोटिफाई करता है कि आप
उस ऐप को फिर से इंस्टॉल करें। यह बात ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में सामने आई है।
दोनों ही एंड्रॉइड और आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम के यूजर्स को ये ऐप ट्रैकर्स बार-बार इन ऐप्स को रिइंस्टॉल करने
को कहती है। इन ऐप ट्रैकर्स के जरिए यूजर्स के डाटा लीक का खतरा बना रहता है क्योंकि ऐप डेवलपर्स के पास
आपकी निजी जानकारियां पहुंच सकती हैं। इन एप ट्रैकर को अपने स्मार्टफोन से हटाने के लिए आप नीचे दिए
गए स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं।
आईफोन यूजर्स इस तरह से हटा सकते हैं एप ट्रैकर….
सबसे पहले होम स्क्रीन पर मौजूद सेटिंग्स पर टैप करें।
इसके बाद प्राइवेसी पर टैप करें।
इसके बाद लोकेशन सर्विस पर टैप करें।
इसके बाद सिस्टम सर्विसेज पर टैप।
इसके बाद आप सिग्निफिकेंट लोकेशन्स पर टैप करें।
अपने फोन का पासकोड, फेस आईडी या फिर फिंगरप्रिंट दर्ज करें।
इसके बाद आप सिग्निफिकेंट लोकेशन्स ऑन या ऑफ स्विच पर टैप करें। जब स्विच का रंग ग्रे हो जाएगा तो
समझ लिजिए की आप एप ट्रैकर को डिसेबल हो गया है।
एंड्रॉइड यूजर्स इस तरह डिसेबल करें एप ट्रैकर…
सबसे पहले होम स्क्रीन पर मौजूद सेटिंग्स पर टैप करें।
दिए गए विकल्पों में से लोकेशन पर टैप करें।
यहां आपको रिसेंट लोकेशन रिक्वेस्ट्स मे गूगल का ऑप्शन दिखाई देगा, उस पर टैप करें।
यहां परमिशन्स पर टैप करें।