मनाली। दक्षिण कोरिया के शहर प्योंगचांग में भारत के दो एथलीट दावेदारी पेश कर रहे हैं। मनाली के शिवा केशवन ल्यूज खेल में जबकि सेना के जगदीश स्कीइंग में भारत का नेतृत्व कर रहे हैं। उद्घाटन समारोह में शिवा तिरंगे के साथ बेहद शान से चलते दिखाई दिए। छठी बार इन खेलों में तिरंगा फहरा रहे शिवा केशवन को पहली बार केंद्र सरकार से मदद मिली है। इस कारण उनका आत्मविश्वास बढ़ा है।
तीन बार एशियाड चैंपियन रहे शिवा ने इस बार एशिया के सबसे तेज गति का ल्यूजर होने का खिताब भी अपने नाम किया है। मनाली व प्रदेश से कोई भी स्कीयर ओलंपिक के लिए इस बार क्वालीफाई नहीं कर पाया है। मनाली की आंचल ठाकुर, एलविन ठाकुर और हिमांशु ठाकुर से घाटी को उम्मीद थी लेकिन वे उस पर खरा नहीं उतर पाए। देशभर से मात्र दो खिलाड़ी ही शीतकालीन ओलंपिक में पहुंच पाए हैं।
शिवा ने जागरण को फोन पर बताया कि शीतकालीन ओलंपिक का विधिवत आगाज हो गया। इस बार देवताओं के आशीर्वाद और केंद्र सरकार के सहयोग के साथ आत्मविश्वास के साथ मैदान में उतर रहा हूं। शिवा ने कहा कि इस बार भारत को स्वर्ण दिलाना उनका लक्ष्य है।
भारतीय शीतकालीन खेल संघ के उपाध्यक्ष रूप चंद नेगी ने कहा कि देश के दोनों महान खिलाड़ी पूरे आत्मविश्वास के साथ मैदान में उतरे हैं। उधर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर सहित खेल मंत्री गोविद ठाकुर ने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी हैं।
थॉमस बाक ने थामी ओलंपिक मशाल –
उद्घाटन समारोह से पहले अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी के अध्यक्ष थॉमस बाक ओलंपिक मशाल के साथ दौड़ते नजर आए। तलवारबाजी के पूर्व चैंपियन रहे बाक ने कहा कि मैं सातवीं बार ओलंपिक मशाल के साथ दौड़ रहा था लेकिन हर बार ये पहली बार के जैसा लगता है। यह मेरे लिए बेहद खास और भावनात्मक पल है। बाक को प्योंगचांग ओलंपिक के आयोजन समिति के प्रमुख ली ही बियोम ने मशाल थमाई थी।