प्योंगचांग। कहते हैं कि आने वाले समय में इंसान रोबोट से घिरे नजर आएंगे। उसी का एक नजारा 23वें शीतकालीन ओलंपिक में देखने को मिला। प्योंगचांग में हो रहे शीतकालीन आलेंपिक के बीच शहर के करीब विली हिली स्की रिसॉर्ट में रोबोट चैलेंज का आयोजन किया गया जिसमें आठ रोबोट ने भाग लिया।
इस चैलेंज में रोबोट कई आकार और आकृति के थे जिनकी लंबाई 50 सेंटीमीटर से ज्यादा थी। इनके ऊपर एक कैमरा लगा था जिससे वे नीले और लाल झंडे को देख सकें। सोमवार को हुए मुकाबले में टाइकवान वी टीम ने जीत हासिल की जिन्हें 10 हजार अमेरिकी डॉलर की ईनामी राशि दी गई। उधर इसके आयोजकों ने कहा कि उनकी कोशिश भविष्य में शीतकालीन ओलंपिक के साथ रोबोट ओलंपिक के आयोजन करने की होगी।
एक शाम प्यार के नाम-
दुनियाभर के लव बर्ड्स के लिए बीता हफ्ता जश्न भरा रहा लेकिन अमेरिका के फिगर स्केटर क्रिस कनीरीम और एलेक्सा कनीरीम की विवाहित जोड़ी को शीतकालीन ओलंपिक खेलों की वजह से इस प्यार भरे मौसम को मजे करने का मौका नहीं मिल पाया।
हालांकि बुधवार को अपनी स्पर्धा खत्म करने के बाद क्रिस ने कहा कि आज प्यार का दिन है और हमने दिखाया कि हम एक-दूसरे से कितना प्यार करते हैं। हमें गुरुवार को अपने आखिरी प्रोग्र्राम में भाग लेना है। फिलहाल हम आराम करना चाहते हैं।
उधर एलेक्सा कहती हैं कि हम एक-दूसरे का बस साथ दे रहे हैं और याद करते हैं कि हम कितने लकी हैं कि यहां (ओलंपिक) हैं। यह हमें शांत और खुश रखता है। मालूम हो कि ये दोनों अमेरिका के लिए कांस्य पदक जीतने वाली फिगर स्केटिंग टीम का हिस्सा था लेकिन बुधवार को उन्हें निराशा हाथ लगी।
दो बार के अमेरिकी चैंपियन क्रिस और एलेक्सा ने आठ अप्रैल 2014 को सगाई की थी और फिर दो साल बाद 26 जून 2016 को शादी के बंधन में बंध गए। इन दोनों के अलावा भी कई विवाहित जोड़े प्योंगचांग ओलंपिक में हिस्सा ले रहे हैं।
शादी के बहाने खुशी तलाशते रूसी एथलीट-
प्योंगचांग ओलंपिक में नहीं हिस्सा ले पाए रूस के फ्रीस्टाइल स्कीइंग खिलाड़ी सिमेन डेनशचिकोव और स्केलेटन खिलाड़ी ओल्गा पोटिलिटसिना ने बुधवार को शादी करके अपने दुख को कम करने का काम किया। डेनशचिकोव और पोटिलिटसिना रूस के उन 169 एथलीटों में शामिल थे जिन्हें आइओसी ने खेलने की इजाजत दी थी लेकिन उन्हें ओलंपिक से बुलावा नहीं आया। दोनों अब तक समझ नहीं पाए हैं कि आखिर इसकी क्या वजह थी।
शॉन व्हाइट को तीसरा खिताब-
स्नोबोर्ड के लीजेंड शॉन व्हाइट ने अपने करियर का तीसरा स्वर्ण पदक हासिल किया। 31 वर्षीय शॉन ने अंत तक मुकाबले को अपने पक्ष में बनाए रखा और 97.75 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। उन्होंने जापान के अयुमु हिरानो (95.25) और ऑस्ट्रेलिया के स्कॉटी जेम्स (92.00) को पीछे छोड़कर ये मुकाम हासिल किया।
सोचि ओलंपिक में शॉन फ्लॉप रहे थे लेकिन उससे पहले उन्होंने 2006 और 2010 में स्वर्ण पदक हासिल किया था।
वहीं जर्मनी के इरिक फ्रेंजल ने सोचि की सफलता को दोहराते हुए पुरुषों के नोर्डिक कंबाइंड व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया।
रोमांच से भरे इस मुकाबले के आखिरी लैप में वह अपने साथी प्रतियोगियों को पछाड़कर लगातार दूसरी बार ओलंपिक चैंपियन बने। सोचि ओलंपिक के रजत पदक विजेता जापान के अकितो वताबे को एकबार फिर दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा जो इरिक से 4.8 सेकेंड पीछे रहे। वही कांस्य पदक ऑस्ट्रिया के लुकास क्लाफेर ने जीता।
महिला हॉकी में कोरिया का पहला गोल-
बुधवार को बेशक कोरिया को जापान के खिलाफ 1-4 से शिकस्त झेलनी पड़ी लेकिन घरेलू टीम शीतकालीन ओलंपिक में अपना पहला गोल करने में सफल रही। 12 वर्षों के बाद पहली बार एक साथ खेल रही कोरिया के लिए रांदी हिसो ने इस ऐतिहासिक गोल को अंजाम दिया। उधर जापान की यह जीत भी उसके लिए ऐतिहासिक बन गई। ओलंपिक खेलों के महिला हॉकी में जापान की यह पहली जीत है। मुकाबले के दौरान चीयरलीडर्स लगातार कोरिया का समर्थन करती नजर आईं।
पदक जीतने के बाद सोशल मीडिया पर बवाल-
कनाडा की शॉर्ट ट्रैक स्पीड स्केटर किम बॉटिन का ओलंपिक पदक जीतने का सपना तो पूरा हो गया लेकिन जल्द ही उनकी खुशी में कोरियाई दर्शकों ने जहर घोल दिया। दरअसल महिलाओं की 500 मीटर फाइनल में किम ने तीसरा स्थान हासिल करते हुए कांस्य पदक जीता।
इस वर्ग में दक्षिण कोरिया की चोइ मिन भी भाग ले रही थीं और दर्शकों के मुताबिक कनाडियन एथलीट ने धोखे से जीत हासिल की। इसके बाद से सोशल मीडिया पर दक्षिण कोरिया के दर्शक किम के खिलाफ अनाप-शनाप लिखने लगे। उधर नीदरलैंड्स की जोरिन मोर्स ने ओलंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए महिलाओं की 1000 मीटर स्पीड स्केटिंग में 13.56 सेकेंड के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया।