लंदन। इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान और चेन्नई सुपरकिंग्स के ऑल राउंडर बेन स्टोक्स इस साल होने वाली एशेज श्रृंखला के दौरान आक्रामक बल्लेबाजी की अपनी रणनीति पर कायम रहकर तेज गेंदबाजी के लिए अनुकूल परिस्थितियों में तूफानी गेंदबाजी का सहारा लेकर आस्ट्रेलिया के कड़ी परीक्षा लेना चाहते हैं।
इंग्लैंड ने अपने नए कोच ब्रैंडन मैकुलम की अगुवाई में टेस्ट मैचों में आक्रामक बल्लेबाजी की रणनीति अपनाई जिसके उसे सकारात्मक परिणाम मिले और वह 12 में से 10 मैचों में जीत दर्ज करने में सफल रहा। स्टोक्स ने कहा कि बल्लेबाजी में अपनी इस रणनीति पर कायम रहते हुए वह तेज गेंदबाजों की फौज को उतारकर जून में शुरू होने वाली एशेज श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया के लिए नया खतरा पैदा करना चाहते हैं।
स्टोक्स ने स्काई स्पोर्ट्स से कहा, ‘‘अगर मैं चाहता तो 20 सदस्यीय टीम चुन सकता था। मैंने चिकित्सा टीम से कहा है कि वह मुझे चयन के लिए आठ गेंदबाज मुहैया कराए। इस साल मैच काफी करीबी होने वाले हैं इसलिए मैं चाहता हूं कि प्रत्येक मैच के लिए हमारे पास उपयुक्त संसाधन मौजूद रहें।’’
अभी आईपीएल में खेल रहे इस 31 वर्षीय आलराउंडर ने फिर से एशेज हासिल करने के लिए अपने दिमाग में अंतिम एकादश तय कर ली है। पांच मैचों की श्रृंखला 16 जून से एजबेस्टन में शुरू होगी। जो रूट की अगुवाई में इंग्लैंड पिछली श्रृंखला में 0-4 से हार गया था।
स्टोक्स ने कहा, ‘‘हम भाग्यशाली हैं कि हमारे पास चयन के लिए अच्छे खिलाड़ियों का समूह है। मैं जानता हूं कि मुझे किस अंतिम एकादश के साथ मैदान पर उतरना है।’’ इंग्लैंड के पास अनुभवी जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड के अलावा जोफ्रा आर्चर, मार्क वुड और ओली स्टोन के रूप में उपयोगी तेज गेंदबाजी आक्रमण है जो कि एशेज में ऑस्ट्रेलिया की कड़ी परीक्षा लेने के लिए तैयार है।