चेम्सफोर्ड। भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच रमेश पोवार ने इंग्लैंड के खिलाफ लगातार
दो श्रृंखला गंवाने के बाद कहा कि सीमित ओवरों के क्रिकेट में टीम को ‘निडर इकाई’ में बदलने के लिए ‘विचारधारा
में बदलाव’ लाने की जरूरत है।
भारतीय महिला टीम को बुधवार को संपन्न हुए दौरे के दौरान एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय और टी20 अंतरराष्ट्रीय
दोनों श्रृंखलाओं में 1-2 के समान अंतर से हार झेलनी पड़ी। कोच पोवार ने मानसिकता में बदलाव या बल्लेबाजी
मध्यक्रम में कुछ नए चेहरों को लाने के बारे में बात की जिन्हें टीम की प्रकृति के अनुसार ढाला जा सके। एक
दिवसीय कप्तान मिताली राज को छोड़कर हरमनप्रीत कौर, दीप्ति शर्मा, तानिया भाटिया और पूनम राउत जैसी
बल्लेबाजों को रन बनाने के लिए जूझना पड़ा। मिताली का भी स्ट्राइक रेट बहुत प्रभावी नहीं था।
पोवार ने श्रृंखला की समाप्ति पर कहा, ‘‘मिताली अच्छी बल्लेबाजी कर रही है लेकिन हमें कम से कम एक और
बल्लेबाज से समर्थन की जरूरत है जिससे कि पावर प्ले के बाद बीच के ओवरों में विरोधी टीम पर दबाव बना
सकें।’’ पोवार का हालांकि मानना है कि विचारधारा में बदलाव में समय लेगा और ऐसा रातों-रात नहीं हो सकता।
इस पूर्व भारतीय आफ स्पिनर ने कहा, ‘‘हमें निर्भीक होना होगा। मैं पहली ही श्रृंखला में उन्हें बाध्य नहीं कर
सकता। वे एक विचारधारा के साथ खेल रही हैं और हम इसमें आमूलचूल बदलाव नहीं कर सकते। हमें आकलन
करना होगा कि उनके अनुकूल क्या है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस स्थिति (बीच के ओवरों के धीमी बल्लेबाजी) से उन्हें
बाहर निकालने के लिए हमें उन्हें समझाना पड़ेगा और इसके लिए काफी संवाद की जरूरत पड़ेगी। निडर होकर ही
आधुनिक क्रिकेट खेला जाता है।’’
पोवार ने स्वीकार किया कि खिलाड़ियों को ढालने के प्रयास अब तक बेकार गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘दो तरीके हैं। या
तो उन्हें (मौजूदा खिलाड़ियों को) अपने हिसाब से बदला जाए या मध्य क्रम में अन्य खिलाड़ियों को लाया जाए। यह
सामान्य सी बात है।’’ पोवार ने कहा, ‘‘इस बार हमने कुछ संयोजन आजमाए और ये सफल नहीं रहे। भविष्य में
हम कुछ नया आजमा सकते हैं, नई खिलाड़ियों को ला सकते हैं, उन्हें अपने हिसाब से ढाल सकते हैं।’’
पोवार ने संकेत दिए कि न्यूजीलैंड में 50 ओवर के विश्व कप तक वह उपलब्ध संसाधनों का पूरा इस्तेमाल करने
की कोशिश करेंगे। उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन वह निराश दिखे कि झूलन गोस्वामी के अलावा अन्य
तेज गेंदबाज विकेट हासिल करने के लिए जूझती नजर आईं।
उन्होंने कहा, ‘‘विश्व कप तक हमें ऐसा मध्यक्रम तैयार करना होगा जिसके बारे में हम कह सकें कि वह निश्चित
तौर पर हमें 250 रन बनाकर देगा। यह सभी हितधारकों पर निर्भर करता है। कप्तान, उप कप्तान, चयकर्ता और
मैं, हम इस पर चर्चा करेंगे।’’ पोवार ने कहा, ‘‘हमें तेज गेंदबाजी विभाग को मजबूत करना होगा। हम प्रदर्शन के
लिए सिर्फ झूलन पर निर्भर हैं। उसे सहयोग दिया जाना चाहिए।’’ कोच अंतिम दो टी20 मैचों में हरमनप्रीत के
प्रदर्शन से खुश हैं जो इससे पहले खराब फॉर्म से जूझ रहीं थी।