ऑकलेंड। इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच ऑकलैंड में खेले जा रहे टेस्ट मैंच की पहली पारी में ही इंग्लैंड ने शर्मनाक रिकॉर्ड बना दिया है। मैच के पहले ही दिन बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की पूरी टीम महज 58 रन पर ढेर हो गई। इस दौरान टीम के पांच बल्लेबाज शून्य पर आउट हुए।
गनीमत रही कि क्रेग ओवर्टन पिच पर कुछ देर टिक गए और उन्होंने 33 रन की पारी खेल ली नहीं तो इंग्लैंड अब तक के अपने सबसे कम स्कोर पर ऑलआउट हो जाती क्योंकि 27 रन पर उसने अपने 9 विकेट खो दिए थे। 130 साल पहले 1888 में इंग्लैंड की टीम ऑस्ट्रेलिया के सामने 53 रन पर ऑलआउट हुई थी।
इंग्लैंड की इस बुरी गत के लिए कीवी गेंदबाद ट्रेंट बोल्ट और टिम साउदी रहे। बोल्ट ने कप्तान के फैसले को सही साबित करते हुए महज 6 रन के स्कोर पर कप्तान कुक को आउट कर दिया। इसके बाद तो जैसे विकेट्स की झड़ी लग गई और बोल्ट और साउदी की कहर बरपाती गेंदों के सामने इंग्लैंड के बल्लेबाज टिक नहीं पाए। एक के बाद एक विकेट गिरने लगे और इनमें पांच तो ऐसे थे जो मैदान में महज औपचारिकता पूरी करने आए थे और शून्य पर आउट होकर लौट गए।
यह रही खास बातें
1. इंग्लैंड का 58 रन का ये स्कोर टेस्ट मैचों में इस टीम का छठा सबसे कम स्कोर रहा। न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट मैचों में इंग्लैंड का ये सबसे कम स्कोर है। इससे पहले इंग्लैंड की टीम टेस्ट मैचों में सबसे कम 45 रन पर ऑल आउट हो चुकी है। इंग्लैंड का टेस्ट मैचों में पहले छह सबसे कम स्कोर हैं- 45, 46, 51, 52, 53 और 58 रन रहा है। टेस्ट क्रिकेट में यह इंग्लैंड की टीम का पिछले 130 साल में सबसे न्यूनतम स्कोर है। इससे पहले इंग्लैंड की टीम साल 1888 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लॉर्ड्स के मैदान पर महज 53 रनों पर ऑलआउट हुई थी।
2. ऑकलैंड के इडेन पार्क मैदान पर ये अभी तक का दूसरा सबसे कम स्कोर रहा। इससे पहले इस मैदान पर सबसे कम स्कोर 26 रन पर आउट होने का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड की टीम का है। इंग्लैंड के खिलाफ 1955 में कीवी टीम इस मैदान पर मात्र 26 रन पर ही सिमट गई थी।
3. इंग्लैंड की पूरी टीम इस मैच में पूरे दो घंटे भी बल्लेबाजी नहीं कर सकी। एलेस्टर कुक, जो रुट, बेन स्टोक्स और जानी बेयरस्टो जैसे बल्लेबाज़ों से सजी ये टीम मात्र 93 मिनट ही मैदान पर टिक सकी।
4. इंग्लैंड की टीम अपनी पारी में महज 20.4 ओवर खेल सकी, सन 1900 के बाद यह तीसरा ऐसा मौका है जब इंग्लैंड की टीम अतने कम ओवर खेली हो।
5. ट्रेंट बोल्ट ने अपने करियर का शानदार प्रदर्शन किया और 10 ओवर में 32 रन देकर 6 विकेट लिए। इससे पहले उन्होंने 40 रन देकर 6 विकेट लिए थे।