बैंकॉक। भारत के लंबी कूद के एथलीट मुरली श्रीशंकर ने शनिवार (15 जुलाई) को एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक जीता। उन्होंने 8.37 मीटर की कूद लगाई। यह उनके करियर का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रयास है। टूर्नामेंट में रजत पदक जीतकर श्रीशंकर ने 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया। चौबीस साल के श्रीशंकर ने अपने अंतिम राउंड की 8.37 मीटर की कूद से ओलंपिक क्वालिफिकेशन हासिल किया।
पेरिस ओलंपिक के लिए मानक 8.27 मीटर का है और क्वालिफिकेशन समय एक जुलाई से शुरू हुआ। चीनी ताइपे के यु टांग लिन ने चौथे राउंड में 8.40 मीटर की कूद से स्वर्ण पदक जीता जो इस सत्र में विश्व का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रयास था। श्रीशंकर ने पिछले महीने राष्ट्रीय अंतरराज्यीय चैंपियनशिप के क्वालिफिकेशन दौर के दौरान 8.41 मीटर की कूद से अगस्त में होने वाली बुडापेस्ट विश्व चैंपियनशिप के लिए पहले ही क्वालिफाई कर लिया था। यह उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ कूद भी रही।
400 मीटर बाधा दौड़ में संतोष ने जीता कांस्य
भारत के अन्य एथलीट संतोष कुमार ने पुरुष वर्ग की 400 मीटर बाधा दौड़ स्पर्धा में 49.09 सेकंड के सर्वश्रेष्ठ समय से कांस्य पदक अपने नाम किया। संतोष ने 400 मीटर बाधा दौड़ में इस साल का भारतीयों में सर्वश्रेष्ठ समय निकाला। वह स्वर्ण पदक विजेता कतर के मोहम्मद हमेमेडा बासेम (48.64 सेकंड) और जापान के युसाकू कोडामा (48.96 सेकंड) से पीछे रहे। इस 25 साल के एथलीट का पिछला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 49.49 सेकंड का था जो उन्होंने पिछले साल हासिल किया था। एक अन्य भारतीय यशास पलकशा ने भी फाइनल के लिए क्वालिफाई किया था लेकिन वह रेस में नहीं दौड़े।
एशियाई चैंपियनशिप में किसी भी भारतीय ने पुरुष वर्ग की 400 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण पदक नहीं जीता है। जोसफ अब्राहिम का 2009 चरण में रजत पदक किसी भी भारतीय का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था, जिन्होंने 2007 में कांस्य पदक भी जीता था। एमपी जाबिर ने पिछले दो चरण में कांस्य पदक जीते थे।