विश्व में पहली बार क्रिकेट फॉर फिजिकली चैलेंज्ड पाइथियन गेम्स के चार्टर में हुआ शामिल

asiakhabar.com | May 28, 2023 | 10:53 am IST

नई दिल्ली। पाइथियन काउंसिल ऑफ इंडिया ने अपनी पहली एनुअल जनरल मीटिंग का आयोजन नई दिल्ली स्थित होटल में किया। मॉर्डन पाइथियन गेम्स के फाउंडर बिजेंदर गोयल ने सभी का स्वागत किया और मीटिंग के एजेंडे को सभी के सामने पेश किया। मीटिंग में दो फैसले बेहद अहम रहे। पाइथियन नेशनल गेम्स का आयोजन पुडुचेरी में 2023 अक्टूबर में किया जाएगा, जबकि ग्लोबल पीस अवॉर्ड 2024 जनवरी में दिए जाएंगे।
मीटिंग में प्रेसिडेंट पाइथियन काउंसिल ऑफ इंडिया बीएच अनिल कुमार, वाइस प्रेसिडेंट इंटरनेशनल पाइथियन काउंसिल ओशिम खेत्रपाल, सेक्रेटरी जनरल राजेश जोगपाल(आईएएस) के साथ ग्रीस से आए सायरोस वासेलियस भी मौजूद रहे। मीटिंग में जिन एजेंडों पर बात की गई उसमें स्टेट बॉडी बनाना, उसके लिए समय सीमा तय करना, राज्य स्तर पर खेलों व आर्ट को चुनना, खिलाड़ियों व आर्टिस्ट का डाटा बनाना, इवेंट आयोजित करने, रिसाेर्स का रास्ता तय करना, स्टेट एफीलिएशन फीस, स्टेट व नेशनल लेवल के लिए मेंबरशिप फीस आदि शामिल थे।
मॉर्डन पाइथियन गेम्स के फाउंडर बिजेंदर गोयल ने कहा कि पहली नेशनल गेम्स पर सभी की सहमती बन गई है। पहली पाइथियन नेशनल गेम्स पुडुचेरी में इसी साल आयोजित की जाएंगी। इसमें उम्मीद की जा रही है कि सभी स्टेट हिस्सा लेंगे और ये गेम पूरी तरह से सफल रहेंगे। पुडुचेरी सरकार ने इसके लिए अपनी मंजूरी दे दी है। वे हर स्तर पर हमारा और खेलों का समर्थन करेंगे।
वहीं, वाइस प्रेसिडेंट इंटरनेशनल पाइथियन काउंसिल ओशिम खेत्रपाल ने कहा कि शांति को बनाए रखने के लिए ग्लोबल पीस अवॉर्ड भी दिए जाएंगे। ये अवॉर्ड जनवरी में आयोजित करने की प्लानिंग है। इसके अलावा भी कई इवेंट कराए जाएंगे जिसमें शुभा पर्सना कोलकाता में नवंबर-2023 में होगा, जबकि पायथन पोलो लीग मुंबई में दिसंबर के अंदर खेली जाएगी। हर स्तर पर खेलों और खिलाड़ियों के लिए हम काम करने वाले हैं। देश के विभिन्न राज्यों में राज्य स्तरीय फेस्टिवल ऑफ आर्ट कल्चर शामिल होंगे।
सेक्रेटरी जनरल राजेश जोगपाल(आईएएस) ने कहा कि हम गेम्स को आगे ले जाने के लिए सरकार से पैसे लेने के बजाय सेल्फ संस्टेनेबल मॉडल पर काम करेंगे। हमें इसमें अपने साथी ओशिम की रेजिडेंट स्पोर्ट्स का अनुभव काम आएगा और हम खेलों को उस मुकाम तक ले जाएंगे जहां ये होने चाहिएं। हम हर स्टेट और हर देश के पारंपरिक खेलों को उबारने के लिए एकजुट हुए हैं। गेम्स की शुरुआत 92 देशों के प्रतिनिधत्व करने आए पदाधिकारियों के साथ हुई है।


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