नयी दिल्ली। भारतीय महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकाम ने कहा कि उनकी निगाहें ऐतिहासिक छठे विश्व चैम्पियनशिप खिताब पर लगी हैं और इसे हासिल करने के लिये वह पूरी रणनीति के साथ ट्रेनिंग कर रही हैं। पैंतीस वर्षीय मुक्केबाज ने कंधे की समस्या के कारण एशियाई खेलों में भाग नहीं लेने का फैसला किया लेकिन उनके नवंबर में नयी दिल्ली में होने वाली विश्व चैम्पियनशिप में भाग लेने की उम्मीद है।
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा , ‘‘ मैं इस बारे में निश्चित हूं कि अगर मुझे कोई चोट नहीं लगती है और मैं अपनी ट्रेनिंग में अपना शत प्रतिशत देती हूं तो मैं कह सकती हूं कि मैं विश्व चैम्पियनशिप में जीत हासिल करूंगी। अगर इस बीच में कुछ होता है तो मैं कुछ नहीं कह सकती। लेकिन मैं चोट से अच्छी तरह से उबर रही हूं।’’
मैरीकाम ने कहा, ‘‘मैं विश्व चैम्पियनशिप के लिये पूरी रणनीति के साथ ट्रेनिंग कर रही हूं। छह साल पहले हम दो – तीन घंटे तक ट्रेनिंग करते थे लेकिन अब इसकी जरूरत नहीं है। हम एक घंटे की ट्रेनिंग में ही सब चीज कर लेते हैं। वापसी के लिये फिट रहना सबसे अहम होता है इसलिये मैं कहूंगी कि खिलाड़ी को अपनी ट्रेनिंग में चतुराई बरतनी चाहिए।’’ युवा मुक्केबाजों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि ये युवा मुक्केबाज गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक नहीं जीत पायीं।
मैरीकाम ने कहा, ‘‘लड़कियां अच्छी ट्रेनिंग कर रही हैं और कड़ी मेहनत कर रही हूं। मैं उन्हें एशियाई खेलों में अच्छा करके पदक जीतते हुए देखना चाहती हूं। महासंघ मुक्केबाजों की बेहतरी के लिये अच्छे कदम उठा रहा है।’