न्यूयॉर्क। अमेरिका की 19 साल की कोको गॉफ ने लगातार 11वां मैच जीतते हुए शुक्रवार को यूएस ओपन टेनिस के फाइनल में प्रवेश कर लिया। सेमीफाइनल मुकाबले में उन्होंने कैरोलिना मुचोवा को 6-4, 7-5 से पराजित किया। छठी वरीय कोको की खिताबी भिड़ंत नंबर दो की बेलारूसी आर्यना सबालेंका के साथ होगी जिन्होंने कड़े मुकाबले में अमेरिका की मेडिसन कीज को तीसरे सेट के टाईब्रेकर में 0-6, 7-6, 7-6 से हराया।
गॉफ ने हाल में वाशिंगटन और सिनसिनाती में खिताब जीते थे। वह इस शताब्दी में सेरेना, वीनस और स्लोन स्टीफंस के बाद यूएस ओपन जीतने वालीं चौथी अमेरिकी खिलाड़ी बनने से एक जीत दूर हैं। कोको इससे पहले 2022 में फ्रेंच ओपन के फाइनल में पहुंचीं थी। वह मारिया शारापोवा (2004 विंबलडन और 2006 यूएस ओपन) के बाद एक से ज्यादा ग्रैंडस्लैम फाइनल में पहुंचने वालीं सबसे युवा खिलाड़ी हैं। गॉफ मोनिका सेलेस (1990-93) के बाद ऐसा करने वालीं सबसे युवा अमेरिकी हैं। कोको ने पिछले 18 में से 17 मैच जीते हैं, जुलाई में विंबलडन के पहले दौर में हार के बाद से वह लगातार जीत रही हैं।
सबालेंका ने जीत से पहले जश्न मनाया
जनवरी में ऑस्ट्रेलियाई ओपन जीतने वालीं सबालेंका पहली बार यूएस ओपन के फाइनल में पहुंची हैं। पहला सेट प्रतिद्वंद्वी मेडिसन कीज ने आधे घंटे में जीत लिया था। दूसरे में एक समय सबालेंका 3-5 से पिछड़ रहीं थी। बाद में सबालेंका ने कहा कि आपको कभी हिम्मत नहीं हारनी नहीं चाहिए। अपने आपको प्रेरित करते रहना चाहिए। मुझे नहीं पता कि जादुई ढंग से मैंने कैसे वापसी कर ली। तीसरे सेट के टाईब्रेकर में हालांकि उन्होंने जीत से पहले ही जश्न मनाना शुरू कर दिया था। उन्होंने रैकेट फेंक दिया और हाथों से मुंह ढंक लिया और उनके चेहरे पर बड़ी मुस्कान नजर आने लगी लेकिन फिर उन्हें अहसास हुआ और उन्होंने मैच पर फिर फोकस किया और तीसरे मैच प्वाइंट पर जीत हासिल की। पच्चीस साल की सबालेंका अगर फाइनल हार भी जाती हैं तो भी नई रैंकिंग में उनका शीर्ष पर आना तय है।
विरोध प्रदर्शन के चलते 50 मिनट खेल रहा बाधित
कोको-मुचोवा के बीच मैच के दौरान चार पर्यावरण प्रदर्शनकारियों के कारण 50 मिनट का खेल बाधित हुआ। चारों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान दोनों खिलाड़ी लॉकर रूम में रहीं। चार में से एक प्रदर्शनकारी ने नंगे पांव में ग्लू लाकर फर्श पर खड़ा हो गया था। इस एक प्रदर्शनकारी को हटाने में सुरक्षाकर्मियों को समय लगा। उसको हटाने में मेडिकलकर्मियों की भी मदद लेनी पड़ी। एक प्रदर्शनकारी का कहना है कि यूएस ओपन के प्रायोजन से जुड़े एक कार्पोरेशन की नीतियां ग्लोबल वार्मिंग की दोषी हैं।