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नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी कड़कनाथ मुर्गे की फॉर्मिंग
करने जा रहे हैं। कुछ लोग इसे धोनी के रिटायरमेंट प्लान के रूप में देख रहे हैं। धोनी रांच के अपने फॉर्म हाउस में
इसकी फॉर्मिंग करेंगे। खबर है कि धोनी ने मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के पॉल्ट्री फॉर्म से 2000 कड़कनाथ चूजों
का ऑर्डर दिया है।
मध्य प्रदेश के एक पॉल्ट्री फॉर्म को इसका ऑर्डर दिया गया है और उसे 15 दिसंबर तक 2000 कड़कनाथ चूजों के
इस ऑर्डर को पूरा करना है। वह इसके लिए बड़ी मेहनत कर रहे हैं कि तय डेडलाइन तक धोनी की टीम को यह
ऑर्डर पूरा करके दे दिया जाए।
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक झाबुआ जिले के थंडला ब्लॉक के रहने वाले विनोद मेधा को इसका
ऑर्डर मिला है। उन्होंने बताया कि तीन महीने पहले धोनी के फॉर्म मैनेजर्स ने उनसे संपर्क किया था और पांच दिन
पहले उन्हें 2000 चूजों का ऑर्डर मिला है। जिन्हें 15 दिसंबर तक रांची पहुंचाना है। उन्होंने कहा, 'उन्होंने कहा कि
मुझे गर्व है कि मैं भारत के सबसे मशहूर क्रिकेटर्स में से एक को कड़कनाथ चूजे सप्लाई कर रहा हूं।'
जुलाई 2020 में ऐसे तस्वीरें और रिपोर्ट्स आई थीं जिनमें कहा गया था कि धोनी 43 एकड़ के अपने फॉर्म हाउस
में ऑर्गेनिक फॉर्मिंग करने की योजना बना रहे हैं। धोनी की टीम ने डेयरी फॉर्मिंग के लिए साहीवाल नस्ल की गायें
रखी थीं। साथ ही फिश फॉर्मिंग भी की जा रही है। इसके अलावा इसी फॉर्म में बत्तख और पॉल्ट्री फॉर्मिंग भी की
जा रही है।
क्या होता है कड़कनाथ
कड़कनाथ मुर्गे को काली मासी भी कहा जाता है। यह काला मुर्गा होता है तो मुख्य रूप से मध्य प्रदेश के भीमांचल
क्षेत्र आदिवासी बहुल जिले झबुआ में पाया जाता है। 2018 में छत्तीसगढ़ के साथ कानूनी लड़ाई जीतने के बाद
झाबुआ ने इसके लिए जीआई टैग हासिल किया।
इस मुर्गे में काफी औषधीय गुण होते हैं और इसमें प्रोटीन की मात्रा भी काफी अधिक होती है। इतना ही नहीं उसमें
कोलेस्ट्रोल भी बहुत कम होता है। इतना ही नहीं अन्य मुर्गों के मुकाबले इसमें वसा भी कम होती है।