मेलबर्न। बॉक्सिंग डे से मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में शुरू हो रहे भारत और आस्ट्रेलिया के बीच तीसरे टेस्ट मैच में बहुत कुछ दांव पर है। चार मैचों की सीरीज इस समय 1-1 से बराबरी पर है और इस मैच से जीत न सिर्फ टीम को बढ़त देगी बल्कि साल-2018 का अंत जीत के साथ करने से एक मनोवैज्ञानिक मजबूती भी टीम को मिलेगी जो आने वाले साल में सकारात्मक साबित होगी। सीरीज इस समय उस पड़ाव पर है कि बुधवार से शुरू हो रहे टेस्ट मैच में किसी भी टीम का पलड़ा भारी नहीं माना जा सकता। एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच में जीत ने भारत को बढ़त दिला दी तो वहीं पर्थ में आस्ट्रेलिया में वापसी कर बता दिया था कि उसे उसके घर में हल्के में लेना गलती होगी। अब आत्मविश्वास से भरी दोनों टीमें पीछे नहीं हटना चाहती है और अपनी जी जान लगाकर सीरीज को जीतने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत ने नई प्रथा के तहत मैच से एक दिन पहले अंतिम एकादश का ऐलान कर दिया है। कप्तान विराट कोहली ने टीम में मयंक अग्रवाल को चुना है। बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच से मयंक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करेंगे। मयंक का ओपनिंग करना तय है और उनके साथ छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले हनुमा विहारी दूसरे सलामी बल्लेबाज की जिम्मेदारी निभाएंगे। कोहली ने इतना बड़ा जोखिम अपने दो शानदार सलामी बल्लेबाजों लोकेश राहुल और मुरली विजय की खराब फॉर्म को देखते हुए लिया है। इन दोनों को टीम से बाहर जाना पड़ा है। इसके अलावा रोहित शर्मा की भी टीम में वापसी हुई है। वह विहारी के स्थान पर छठे नंबर पर आ सकते हैं। टीम में एक और बदलाव है। रवींद्र जडेजा को मौका मिला है। उमेश यादव को बाहर जाना पड़ा है। भारत ने पर्थ में चार तेज गेंदबाजों को उतारा था। उसका यह दांव उलटा रहा था। इसी वजह से टीम प्रबंधन ने जडेजा को मौका दिया है। टीम की बल्लेबाजी बीते दोनों मैचों में कप्तान, उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के इर्द-गिर्द घूम रही थी। रहाणे ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में भी कहा था कि बल्लेबाजों को जिम्मेदारी लेनी होगी। इन तीनों के अलावा बाकी बल्लेबाजों के बल्ले से रन निकालना भारत के लिए बेहद फायदेमंद होगा क्योंकि गेंदबाजों ने अभी तक निराश नहीं किया लेकिन बल्लेबाजों से उन्हें समर्थन नहीं मिला है। वहीं घर में सीरीज जीतने के लिए उतावली हो रही आस्ट्रेलिया ने भी अपनी टीम में एक बदलाव किया है। खराब फॉर्म से जूझ रहे पीटर हैंड्सकॉम्ब के स्थान पर टीम में ऑलराउंडर मिशेल मार्श को टीम में जगह मिली है। इस मैच में एक बार फिर सभी की नजरें ऑफ स्पिनर नाथन लॉयन पर होंगी जिन्होंने पर्थ में भारतीय टीम को हराने में अहम भूमिका निभाई थी। आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की बात की जाए तो मार्कस हैरिस, एरॉन फिंच पर बड़ी जिम्मेदारी है। उस्मान ख्वाजा भी अच्छी फॉर्म में हैं।
एमसीजी की पिच को लेकर भी काफी चर्चाएं हैं। इस पर घांस देखी गई है और उम्मीद है कि यह तेज गेंदबाजों के लिए मददगार साबित होगी। कुछ दिन पहले आस्ट्रेलियाई टीम के कोच जस्टिन लैंगर भी इस बात को कह चुके हैं कि एमसीजी की विकेट पर घांस है जिससे बल्ले और गेंद में अच्छी प्रतिस्पर्धा की उम्मीद है। यह मैच दोनों टीमों के लिए निर्णायक मैच है। अब देखना होगा कोहली की टीम विदेशी दौरों की असफलता से हटकर यहां नए मुकाम हासिल करती है या खराब दौर से जूझ रही आस्ट्रेलिया बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच से नए अध्याय को लिखने की शुरुआत कर पाने में सफल होती है या नहीं।