विक्रम सिंह
धर्मशाला। भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने संकेत दिए हैं कि घातक नोवेल कोरोना
वायरस के संक्रमण को देखते हुए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गुरुवार को यहां होने वाले पहले एकदिवसीय
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में वे सफेद गेंद को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल सीमित कर सकते हैं। भुवनेश्वर ने
हालांकि कहा कि इस पर फैसला बुधवार को बैठक के दौरान टीम डाक्टर करेंगे। स्पोर्ट्स हर्निया से उबरने के बाद
टीम में वापसी करने वाले भुवनेश्वर ने यहां मैच से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘हमने इस बारे (लार का इस्तेमाल
नहीं करने पर) में सोचा लेकिन मैं अभी यह नहीं कह सकता कि हम लार का इस्तेमाल नहीं करेंगे क्योंकि अगर
हम लार का इस्तेमाल नहीं करेंगे तो फिर गेंद को चमकाएंगे कैसे। ऐसा नहीं करने पर हमारे खिलाफ रन बनेंगे
और आप लोग बोलोगे कि हम अच्छी गेंदबाजी नहीं कर रहे। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यह वैध मुद्दा है और देखते
हैं कि आज टीम बैठक में क्या होता है और हमें जो भी निर्देश मिलेंगे या जो भी सर्वश्रेष्ठ विकल्प होगा, हम वह
करेंगे।’’ भारत में कोरोना वायरस के 40 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और इस संक्रमण के बढ़ते खतरे के
बीच भुवनेश्वर ने कहा कि वे इस मुश्किल समय में हर संभव एहतियात बरत रहे हैं। उन्होंने हालांकि इस पर कोई
भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि आगामी इंडियन प्रीमियर लीग पर इस खतरनाक बीमारी का असर पड़ेगा
या नहीं। उन्होंने कहा, ‘‘आप अभी कुछ नहीं कह सकते क्योंकि यह भारत में गंभीर स्थिति बन रहा है। लेकिन हम
हर संभव एहतियाती कदम उठा रहे हैं। हमारे साथ टीम डाक्टर है और वह हमें निर्देश दे रहा है कि क्या करना है
और क्या नहीं। इसलिए हम उम्मीद करते हैं कि यह नहीं फैलेगा।’’ अन्य टीमों की तरह भारतीय खिलाड़ियों को भी
प्रशंसकों से दूर रहने को कहा गया है। भुवनेश्वर ने कहा, ‘‘टीम डाक्टर ने निर्देश दिए हैं कि क्या करें और क्या
नहीं। जैसे साफ-सफाई बनाए रखें, नियमित तौर पर हाथ धोएं और प्रशंसकों के करीब नहीं जाएं।’’ दक्षिण अफ्रीका
के कोच मार्क बाउचर ने कहा कि भारत में रहने के दौरान संक्रमण के खतरे को देखते हुए टीम हाथ मिलाने से बच
सकती है। दुनिया भर में कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के बावजूद दक्षिण अफ्रीका ने अपनी मेडिकल और
सुरक्षा टीम के स्वीकृति देने पर दौरे की हामी भरी।