मल्टीमीडिया डेस्क। बॉल टैंपरिंग मामले में स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर जैसे दिग्गजों पर लगा एक-एक साल का बैन टीम इंडिया के लिए शुभ साबित हो सकता है। भारतीय टीम को इस वर्ष के अंत में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है और इस दौरान उसके खिलाफ ये दोनों दिग्गज मौजूद नहीं रहेंगे। इसका मतलब यह हुआ कि टीम इंडिया के लिए ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने की राह कुछ आसान हो गई है।
टीम इंडिया अभी तक सिर्फ दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में ही टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाई है। इस वर्ष दक्षिण अफ्रीका में उसके पास इतिहास रचने का मौका था, लेकिन वह इस मौके से चूक गई। विराट कोहली की टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में इस रिकॉर्ड को सुधारने के लिए कटिबद्ध नजर आ रही थी और इसी बीच मेजबान कंगारू टीम के दो प्रमुख खिलाड़ियों के बाहर होने से उसका काम कुछ आसान होता नजर आ रहा है।
भारतीय टीम अभी तक 11 बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज खेल चुकी है जिसमें से 8बार ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज पर कब्जा जमाया जबकि 3 बार सीरीज बराबरी पर छूटी। इनके बीच ऑस्ट्रेलिया में पिछली बार सीरीज 2014-15 में हुई थी जिस दौरान मेजबान टीम ने चार मैचों की सीरीज पर 2-0 से कब्जा जमाया था। भारतीय टीम के लिए चिंता की बात यह है कि वर्ष 2000 के बाद से वह ऑस्ट्रेलियाई धरती पर मात्र 2 टेस्ट मैच जीत पाया है, इसमें भी उसने पिछला टेस्ट मैच 2008 में जीता था। इस तरह वह पिछले 10 सालों में ऑस्ट्रेलिया में एक भी टेस्ट नहीं जीता है।
2014-15 की चार टेस्ट मैचों की सीरीज के दौरान कप्तान स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर भारत के लिए सिरदर्द साबित हुए थे। स्मिथ ने तो 4 टेस्ट मैचों में 128.16 की औसत से 769 रन बनाए थे। उन्होंने भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां बिखेरते हुए चारों टेस्ट मैचों में शतक जड़े थे। वॉर्नर ने भी उनका दमदार तरीके से सहयोग देते हुए इस सीरीज में 427 रन बनाए थे। इन दोनों के दम पर मेजबान टीम ने यह सीरीज 2-0 से अपने नाम की थी।