ज्यूरिख। फीफा ने फुटबॉल स्पर्धाओं के आयोजकों से अपील की है कि मैचों के दौरान जॉर्ज
फ्लॉयड के प्रति एकजुटता दिखाने वाले खिलाड़ियों पर प्रतिबंध नहीं लगाये। फीफा आम तौर पर ऐसे बयान नहीं
देता है लेकिन उसने कहा कि फुटबॉल प्रशासकों को इस समय लचीलापन दिखाना चाहिये और कानून थोपना नहीं
चाहिये। जर्मनी में सप्ताह के आखिर में हुए मैचों के दौरान कई युवा खिलाड़ियों ने फ्लॉयड के समर्थन में संदेश
दिये। अश्वेत व्यक्ति फ्लॉयड की मिनियापोलिस में एक पुलिसकर्मी द्वारा घुटने से गला दबाने के कारण मौत हो
गई। जर्मन फुटबॉल महासंघ ने सोमवार को कहा कि वह इसकी समीक्षा कर रही है कि क्या खेल के कानून तोड़ने
के लिये इन खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाया जाये। खेल के मैदान पर किसी तरह के राजनीतिक, धार्मिक या निजी
संदेश देना या तस्वीरें दिखाना वर्जित है। फीफा ने एक बयान में कहा, ‘‘फीफा इस भावना की गहराई को पूरी तरह
से समझता है जो कई फुटबॉलरों ने इस मामले में व्यक्त की है।’’ इसने कहा, ‘‘कानूनों का पालन कराना प्रतिस्पर्धा
आयोजकों की जिम्मेदारी है लेकिन उन्हें इस मामले से जुड़े घटनाक्रम को ध्यान में रखकर अपनी समझदारी
दिखानी चाहिये।’’