बैंकॉक। किशोर तीरंदाज परनीत कौर ने गुरुवार को यहां एशियाई चैंपियनशिप में शीर्ष भारतीय कम्पाउंड तीरंदाज ज्योति सुरेखा वेन्नम को पछाड़कर व्यक्तिगत खिताब के साथ अपने करियर की सबसे बड़ी जीत हासिल की। कम्पाउंड तीरंदाज एक बार फिर अपने रिकर्व टीम पर भारी पड़े। भारत ने तीन स्वर्ण, एक रजत और तीन कांस्य पदक जीते। इन सात पदकों में से केवल एक कांस्य रिकर्व वर्ग (महिला टीम) में आया।
कम्पाउंड महिला वर्ग का खिताबी मुकाबला भारत की दो तीरंदाजों के बीच था। मुकाबले के बीच में प्रणीत दो अंकों से पिछड़ रही थी लेकिन 18 साल की इस खिलाड़ी ने शानदार वापसी करते हुए स्कोर 145-145 कर दिया। एशियाई खेलों में हाल में स्वर्ण पदक का हैट्रिक लगाने वाली ज्योति टाई-ब्रेकर में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर सकी। वह शूट-ऑफ में परनीत से 8-9 से हार गयी।
अदिति स्वामी और प्रियांश की मिश्रित कंपाउंड जोड़ी ने भारत को दिन का दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया। इस जोड़ी ने एक तरफा फाइनल में थाईलैंड को 156-151 से हराया। ज्योति, परनीत और अदिति की महिला टीम ने कम्पाउंड फाइनल में चीनी ताइपै को 234-233 से हराकर स्वर्ण पदक के साथ एशियाई खेलों की अपनी सफलता को दोहराने में सफल रहीं।
भारत ने अपना तीसरा कांस्य पदक पुरुषों के व्यक्तिग कम्पाउंड वर्ग में हासिल किया। अभिषेक वर्मा ने इस में दक्षिण कोरिया के जो जाएहून को 147-146 से हराया। रिकर्व वर्ग के तीरंदाजों का खराब प्रदर्शन इस प्रतियोगिता में भी जारी रहा जहां कोई भी तीरंदाज क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ पाया।
धीरज बोम्मदेवरा को तांग चिह-चुन ने 3-7 से हराया जबकि उनके सेना के उनके अनुभवी सहयोगी तरूणदीप राय को दक्षिण कोरिया के किम जे डेओक ने 0-6 (27-29, 28-29 29-30) से मात दी। महिला वर्ग में भारतीय तीरंदाज प्री-क्वार्टर फाइनल की बाधा को पार करने में विफल रहे।
भजन कौर दक्षिण कोरिया की विश्व नंबर एक लिम सिह्योन से 0-6 (28-29, 26-30, 26-29) से हार गईं, जबकि टीशा पुनिया चीन की हाई लिगन के खिलाफ सिर्फ एक अंक हासिल कर सकी। चीन की खिलाड़ी से वह 1-7 (24-29, 27-27, 28-29, 27-28) से हार गयी।