लंदन। एसेक्स के प्रमुख प्रायोजकों ने काउंटी क्रिकेट को प्रभावित करने वाले नस्लवाद के
आरोपों के कारण टीम के साथ अपने संबंधों को खत्म कर दिया है।
यॉर्कशायर के क्रिकेटर अजीम रफीक द्वारा काउंटी टीम में अपने लगभग एक दशक लंबे करियर के दौरान हुए
नस्लवाद के मुद्दे को संसदीय समिति के समक्ष उठाने के बाद, प्रायोजक सीटेक द्वारा क्लब के साथ कटौती करने
के बाद एसेक्स टीम मुश्किल में आ गई है।
गेंदबाज जाहिद अहमद ने मंगलवार को एसेक्स काउंटी के तीसरे पूर्व खिलाड़ी बन गए जिन्होंने आरोप लगाया कि
उन्होंने टीम के लिए खेलते समय नस्लीय दुर्व्यवहार का अनुभव किया। इनके साथ ही मौरिस चेम्बर्स ने भी टीम
के खिलाफ भेदभाव का आरोप लगाया है।
2005 से 2009 के बीच सात प्रथम श्रेणी मैचों में एसेक्स का प्रतिनिधित्व करने वाले जाहिद ने क्लब को गोरों का
एक टीम बताया, साथ ही ब्राउन लोगों को बाहरी करार दिया। उन्होंने कथित तौर पर टीम के साथी पर आरोप
लगाया कि उन्होंने उनको क्लब को बम से उड़ाने वाला बताया था।
द क्रिकेटर के साथ एक साक्षात्कार में, गेंदबाज ने आरोप लगाया कि एक वरिष्ठ कोच ने उन्हें धमकाया और कुछ
खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ के सदस्यों ने उनकी आवाज का मजाक उड़ाया।