नयी दिल्ली। भारतीय पुरूष हॉकी टीम के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन ने शुक्रवार को कहा कि टीम बेहतर प्रदर्शन के ‘नये भारतीय तरीके’ तलाशने की राह पर है और मानसिक अनुकूलन विशेषज्ञ पैडी उपटन इसमें खिलाड़ियों की मदद करेंगे।
दक्षिण अफ्रीका के फुल्टन ने कहा कि उनके हमवतन उपटन के आने से खिलाड़ियों को हमेशा दूसरों के निर्देशों पर निर्भर रहने की बजाय अपनी आवाज तलाशने में मदद मिलेगी। उन्होंने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘पैडी टीम को जिम में अभ्यास करते देख रहे हैं और इस सप्ताह हर खिलाड़ी के साथ व्यक्तिगत सत्र भी लिया। उन्होंने टीम से बात की। वह नये भारतीय तरीके तलाशने में मदद करेंगे जिससे प्रदर्शन बेहतर करने में सहायता मिले।’’
नये भारतीय तरीके के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘‘यह तलाशने का दौर है। पूर्व कोच ग्राहम रीड के साथ टीम ने एक दो नाकामियों को छोड़कर लगातार अच्छा प्रदर्शन करना सीखा। हम भी उसी राह पर चलेंगे लेकिन उसे और बेहतर करेंगे। इसकी शुरूआत एक टीम के रूप में करने से पहले व्यक्तिगत स्तर पर होगी।’’ उनका मानना है कि टीम को अपनी आवाज तलाशनी होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘पैडी टीम की मुख्य आवाज नहीं होंगे। हम टीम को अपनी आवाज तलाशने में मदद करेंगे। हम नहीं चाहते कि कोई खड़ा होकर निर्देश दे और जब वह नहीं हो तो टीम काम ही नहीं कर सके।’’
भारतीय टीम इस महीने के आखिर में यूरोप में इंग्लैंड, नीदरलैंड और मेजबान स्पेन के खिलाफ चार देशों का टूर्नामेंट खेलेगी। इसके बाद अगस्त में चेन्नई में एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी खेलना है। ये दोनों टूर्नामेंट हांगझोउ एशियाई खेलों की तैयारी के लिये अहम है जिसमें स्वर्ण जीतने पर पेरिस ओलंपिक का टिकट मिलेगा।
कोच ने कहा, ‘‘लक्ष्य टूर्नामेंट जीतना है लेकिन यथार्थवादी लक्ष्य यह होगा कि हम अभी कहां है और शीर्ष टीमों से कितना पीछे हैं। हम शीर्ष टीमों में हैं। हम क्वालीफाइंग टूर्नामेंट का रास्ता नहीं अपनाना चाहते और एशियाई खेलों के जरिये ही क्वालीफाई करना चाहेंगे।’’
स्पेन में टीम की अगुवाई कर रहे ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह ने कहा, ‘‘यह अच्छी बात है कि टीम में आ रहे युवा खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। वे लगातार अच्छा खेलते रहे तो सीनियर खिलाड़ियों को भी बेहतर खेलने की प्रेरणा मिलेगी।’’