नई दिल्ली। तोक्यो ओलंपिक चैम्पियन बेल्जियम के सहायक कोच रहे दक्षिण अफ्रीका के क्रेग फुल्टन भारतीय पुरूष हॉकी टीम के नये कोच होंगे। भुवनेश्वर और राउरकेला में जनवरी में हुए विश्व कप में भारतीय टीम के क्वार्टर फाइनल तक भी नहीं पहुंच पाने के बाद तत्कालीन कोच ग्राहम रीड ने इस्तीफा दे दिया था। रीड के कोच रहते ही भारत ने तोक्यो ओलंपिक में 41 वर्ष बाद कांस्य पदक जीता था।
हॉकी इंडिया ने 10 मार्च से एफआईएच हॉकी प्रो लीग के घरेलू मैचों से पहले शुक्रवार को यह घोषणा की। दक्षिण अफ्रीका के 48 वर्ष के फुल्टन को करीब 25 साल कोचिंग का अनुभव है और वह औपचारिकतायें पूरी करते ही टीम से जुड़ेंगे।
48 वर्ष के फुल्टन तोक्यो ओलंपिक 2020 में खिताब जीतने वाली बेल्जियम टीम के सहायक कोच रहे हैं। वह भुवनेश्वर में 2018 विश्व कप जीतने वाली बेल्जियम टीम के सहयोगी स्टाफ का भी हिस्सा थे। वह 2014 से 2018 के बीच आयरलैंड की पुरूष टीम के मुख्य कोच रहे जब टीम ने रियो ओलंपिक 2016 के लिये क्वालीफाई किया था। ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाली सौ वर्ष में वह पहली आयरिश टीम थी जिसके कारण उन्हें 2015 में वर्ष का सर्वश्रेष्ठ एफआईएच कोच भी चुना गया।
फुल्टन 2023 में बेल्जियम के सर्वश्रेष्ठ कोच चुने गए क्योंकि उनके कोच रहते बेल्जियम क्लब ने बेल्जियम लीग खिताब जीता। बतौर खिलाड़ी उन्होंने एक दशक के सफर में दक्षिण अफ्रीका के लिये 195 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिये अटलांटा ओलंपिक 1996 और एथेंस ओलंपिक 2004 के अलावा विश्व कप और राष्ट्रमंडल खेलों में भी हिस्सा लिया।
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने यहां जारी एक बयान में फुल्टन की नियुक्ति का स्वागत करते हुए कहा, ‘‘मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि हॉकी इंडिया ने भारतीय पुरूष टीम के लिये क्रेग फुल्टन को मुख्य कोच चुना है। मैं उनके खिलाफ खेल चुका हूं और अब भारतीय टीम के नये दौर में उनके साथ काम करूंगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनके पास अपार अनुभव है और उनकी कार्यशैली टीमों में आत्मविश्वास बढाती है। मैं भारत में उनका स्वागत करता हूं।’’
वहीं फुल्टन ने कहा, ‘‘भारतीय हॉकी टीम का मुख्य कोच बनना सम्मान की बात है। भारत का हॉकी में सुनहरा इतिहास रहा है और मैं मौजूदा टीम को नई ऊंचाइयों तक ले जाना चाहता हूं जिसमें कई प्रतिभावान खिलाड़ी हैं।’’