नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) का कहना है कि अगर सरकार ने उन्हें अनुमति
दी तो वह छह मैचों की सीमित श्रृंखला के लिए जुलाई में श्रीलंका का दौरा करेंगे। "यह सब लॉकडाउन में छूट और
यात्रा प्रतिबंधों से संबंधित सरकारी निर्देशों पर निर्भर करता है। अगर हम अपने लड़कों की सुरक्षा और स्वास्थ्य से
समझौता नहीं करते हैं, तो हम यात्रा के लिए खुले हैं। यह बीसीसीआई का श्रीलंकाई बोर्ड के (एसएलसी) पत्र को
दिया जवाब था, जिसमें श्रीलंका जुलाई के अंत में बंद दरवाजे के तहत छह मैच दौरे (3 वनडे, 3 टी 20 आई) में
भारत की मेजबानी करने की पेशकश की। तो क्या इसको विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय टीम की उम्मीदें
जगाने के तौर पर देखा जा सकता है जिसमें श्रीलंकाई दौरे के साथ क्रिकेट पिच पर वापसी हो सकती है? इस पर
पक्के तौर पर मोहर लगाना जल्दबाजी हो सकती है। क्योंकि 25 मार्च से देशव्यापी तालाबंदी के बाद भारतीय
खिलाड़ियों ने खुद घर में कैद कर दिया गया है। मेट्रो शहरों में रहने वाले अधिकांश खिलाड़ियों की फिटनेस सीमित
हो गई है, जिसमें दौड़ने की जगह भी नहीं है। भारतीय बोर्ड अभी भी सरकारी निर्देशों की प्रतीक्षा कर रहा है, इससे
पहले कि वे खिलाड़ियों के लिए एक आउटडोर कौशल शिविर का आयोजन कर सकें। इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय यात्रा
फिर से शुरू नहीं हुई है। द आईलैंड में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक श्रीलंका बोर्ड जुलाई के आखिरी में भारतीय
टीम के साथ सीमित ओवरों का मुकाबला खेलने का इच्छुक है। उसने इसके लिए बीसीसीआई को ई-मेल भी किया
है। बोर्ड को बीसीसीआई के जवाब का इंतजार है। रिपोर्ट के मुताबिक, श्रीलंका क्रिकेट ने बीसीसीआई को ई-मेल
भेज कर जुलाई के आखिरी में बाइलेटरल क्रिकेट को फिर से शुरू करने की संभावना पर विचार करने को कहा है।
रिपोर्ट में अधिकारी के हवाले से कहा गया कि उन्हें सख्त पृथकवास के नियमों का पालन करना होगा और फैन्स
की सुरक्षा को देखते हुए सीरीज का आयोजन दर्शकों के बिना होगा।