श्रीनगर। राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाली अभिनेत्री जायरा वसीम ने अभिनय क्षेत्र को छोड़ने
की रविवार को यह कहते हुए घोषणा की वह इस काम से खुश नहीं है क्योंकि यह उनके धर्म के रास्ते में आ रहा है।
अपने फेसबुक पेज पर विस्तार से लिखे गए एक पोस्ट में “दंगल” फिल्म से लोकप्रियता पाने वाली जायरा वसीम ने
कहा कि उन्हें महसूस हुआ कि, “भले ही मैं यहा सही तरीके से फिट हो जाऊं लेकिन मैं इस जगह के लिए नहीं बनी
हूं।” उन्होंने एक लंबे से पोस्ट में कहा, “पांच साल पहले मैंने एक फैसला लिया जिसने मेरी जिंदगी हमेशा के लिए
बदल दी। मैंने जैसे ही अपने कदम बॉलीवुड में रखे, इसने मेरे लिए लोकप्रियता के दरवाजे खोल दिए। मैं लोगों के
ध्यान का मुख्य चेहरा बन गई। मुझे सफलता के विचार के तौर पर पेश किया जाने लगा और अक्सर युवाओं के
रोल मॉडल के तौर पर मेरी पहचान होने लगी। जायरा ने कहा, “हालांकि मैंने कभी भी ऐसा करना या बनना नहीं
चाहा था खासकर सफलता एवं विफलता के मेरे विचारों के संबंध में, जिन्हें मैंने समझना एवं खोजना अभी शुरू ही
किया है।” उन्होंने कहा कि अब जब उन्होंने इस पेशे में पांच साल पूरे कर लिए हैं इस बात को स्वीकार करती हैं कि
काम की वजह से मिले पहचान से वह खुश नहीं हैं । उन्होंने कहा, “बहुत वक्त बाद अब ऐसा लग रहा है कि मैं कोई
और बनने के लिए संघर्ष कर रही थी। मैंने चीजों को समझना शुरू ही किया है जिसके लिए मैंने अपना समय,
कोशिश एवं भावनाएं दी हैं और नयी जीवनशैली पर पकड़ बनाने का प्रयास करते हुए मुझे अब महसूस हुआ कि
भले ही मैं यहां सही तरीके से फिट हो जाऊं लेकिन मैं इस जगह के लिए नहीं बनी हूं।” उन्होंने कहा, ‘‘यह क्षेत्र
निश्चित तौर पर मेरे लिए ढेर सारा प्यार, सहयोग और सरहाना लेकर आया लेकिन साथ ही इसने मुझे अज्ञानता
के रास्ते पर धकेल दिया क्योंकि मैं चुपचाप और अनजाने में ‘ईमान’ के रास्ते से भटक गई थी। चूंकि मैं लगातार
मेरे ‘ईमान’ के बीच आने वाले माहौल में काम कर रही थी, मेरे धर्म के साथ मेरा रिश्ता खतरे में पड़ गया था।”