राकेश
मुंबई। दुनिया उन्हें ‘कैप्टेन कूल’ के नाम से जानती है लेकिन महेंद्र सिंह धोनी के साथ खेलने
वाले पूर्व क्रिकेटरों का मानना है कि यह पूर्व भारतीय कप्तान भी इंसान है और उन्होंने भी कुछ अवसरों पर मैदान
पर अपना आपा खोया है। धोनी का 2017 में श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय मैच के दौरान चाइनामैन गेंदबाज
कुलदीप यादव पर चिल्लाना काफी चर्चित रहा था जबकि इंडियन प्रीमियर लीग में भी प्रशंसकों ने कुछ अवसरों पर
उन्हें अपना आपा खोते हुए देखा लेकिन पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर और इरफान पठान ने कहा कि यह विकेटकीपर
बल्लेबाज पूर्व में कुछ अवसरों पर अंतरराष्ट्रीय मैचों के दौरान आपा खो बैठा था। गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के
कार्यक्रम क्रिकेट कनेक्टेड में कहा, ‘‘लोग कहते हैं कि उन्होंने कभी उन्हें (धोनी) अपना आपा खोते हुए नहीं देखा
लेकिन मैंने दो बार ऐसा देखा है। यह विश्व कप 2007 और एक अन्य विश्व कप की बात है जब हम अच्छा
प्रदर्शन नहीं कर पाये थे।’’ धोनी के साथ सभी प्रारूपों में खेलने वाले इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा, ‘‘वह भी
इंसान है और उसका प्रतिक्रिया देना स्वाभाविक है। यहां तक कि चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ से किसी के खराब
क्षेत्ररक्षण करने या कैच छोड़ने पर उनकी प्रतिक्रिया उचित है। हां वह शांतचित है। वह अन्य कप्तानों की तुलना में
बेहद शांतचित है। निश्चित तौर पर मेरी तुलना में बेहद शांतचित है। ’’आस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने
धोनी को अपने खेल से ‘दर्शकों का मनोरंजन करने वाला खिलाड़ी’ करार दिया और कहा कि ऐसे बहुत कम अवसर
आये होंगे जबकि उन्होंने अपना आपा खोया होगा। ली ने कहा, ‘‘हम अपने खेल से दर्शकों का मनोरंजन करने वाले
खिलाड़ी चाहते हैं और धोनी ऐसा करते हैं। उन्होंने कभी सीमाएं नहीं लांघी। अगर ऐसा हुआ होगा तो ऐसा बहुत
कम हुआ होगा। लेकिन हम भी इंसान हैं जैसे गौतम गंभीर ने कहा। ’’ धोनी ने आईपीएल के दौरान कुछ अवसरों
पर मैदान पर खुलकर अपना गुस्सा दिखाया। आईपीएल 2019 में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 19वें ओवर में
दीपक चाहर के लगातार दो नोबाल करने पर धोनी गुस्से में थे। इसके बाद जयपुर में तो जब स्क्वायर लेग अंपायर
ने नोबाल का फैसला पलट दिया तो वह डग आउट से मैदान पर अंपायर से बहस करने पहुंच गये थे। पूर्व भारतीय
आलराउंडर इरफान पठान ने 2006-07 की घटना को याद किया जब अभ्यास के दौरान धोनी आउट दिये जाने
पर नाराज हो गये थे। पठान ने कहा, ‘‘हमने वार्म अप के दौरान एक मैच खेला था जिसमें दायें हाथ के बल्लेबाजों
को बायें हाथ से और बायें हाथ के बल्लेबाजों को दायें हाथ से बल्लेबाजी करनी थी। इसके बाद हमें नेट अभ्यास
करना था। वार्म अप के दौरान हमने दो टीमें बनायी। धोनी को आउट दिया गया जबकि उन्हें लगा कि वह आउट
नहीं हैं। उन्होंने अपना बल्ला फेंक दिया और ड्रेसिंग रूम में चले गये और अभ्यास के लिये भी देर से आये।
इसलिए गुस्सा उन्हें भी आता है।’’