अनिल रावत
नई दिल्ली। ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ अभियान के साथ एकजुटता दिखाते हुए वेस्टइंडीज के स्टार
बल्लेबाज क्रिस गेल ने आरोप लगाया कि क्रिकेट भी इससे परे नहीं है और उन्होंने अपने कैरियर में नस्लवादी
टिप्पणियां झेली हैं। गेल ने इसका खुलासा नहीं किया कि उन्हें कब इनका सामना करना पड़ा लेकिन संकेत दिया
कि वैश्विक टी20 लीगों के दौरान ऐसा हुआ। उन्होंने सोमवार की रात इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘‘मैं दुनिया भर में
खेला हूं और अश्वेत होने के कारण नस्लवादी टिप्पणियां झेली हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नस्लवाद सिर्फ फुटबॉल में ही
नहीं है, यह क्रिकेट में भी है। टीमों के भीतर भी अश्वेत होने के कारण मैने काफी कुछ झेला। अश्वेत और
ताकतवर। अश्वेत और उस पर गर्व करने वाला।’’ गेल ने यह बयान अफ्रीकी मूल के अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की
अमेरिका में मौत के बाद दिया है। एक श्वेत पुलिस अधिकारी ने उसकी गर्दन अपने घुटने से दबा दी थी जिससे
उसकी मौत हो गई। इसके बाद से अमेरिका में हिंसक प्रदर्शन जारी है। पिछले साल इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा
आर्चर पर भी न्यूजीलैंड में एक दर्शक ने नस्लवादी टिप्पणी की थी। न्यूजीलैंड के शीर्ष खिलाड़ियों और क्रिकेट बोर्ड
ने उसके लिये माफी मांगी थी।