नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) के अध्यक्ष उमर क्रेमलेव ने मंगलवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) विश्व मुक्केबाजी संस्था की अनुमति के बिना ओलंपिक क्वालीफाइंग चैंपियनशिप नहीं करा सकती।
रूस के इस अधिकारी ने कहा कि दो विश्व निकायों को एक दूसरे के साथ ‘समन्वय और सहयोग’ करने और सभी मुद्दों को हल करने की आवश्यकता है।
क्रेमलेव ने यहां महिला विश्व चैम्पियनशिप से पहले संवाददाताओं से कहा, ‘‘आईबीए मुख्य संघ है जिसे ओलंपिक खेलों से पहले क्वालीफिकेशन और विश्व चैंपियनशिप के लिए जिम्मेदार होना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आईबीए सभी क्वालीफिकेशन व्यवस्था और चैंपियनशिप आयोजित करेगा। हमारे संगठन की जिम्मेदारी है कि भविष्य में क्वालिफिकेशन व्यवस्था के लिए किसी भी चैंपियनशिप का आयोजन और मेजबानी करे।’’
क्रेमलेव ने कहा, ‘‘क्वालीफिकेशन चैंपियनशिप आईबीए के जरिए हो सकती है और अगर आईओसी इनमें से किसी चैंपियनशिप की मेजबानी करना चाहता है तो उसे पहले पूछना होगा।’’
आईओसी के कार्यकारी बोर्ड ने पिछले साल दिसंबर में आईबीए के प्रशासन, वित्तीय पारदर्शिता और स्थिरता तथा रेफरी और जज प्रक्रियाओं में ईमानदारी को लेकर चिंताओं के कारण निलंबन को हटाने के खिलाफ फैसला किया था।
आईओसी ने आईबीए को यह भी सूचित किया था कि वे पेरिस ओलंपिक के लिए मुक्केबाजी क्वालीफिकेशन प्रतियोगिता आयोजित करेंगे।
सितंबर 2022 में आईओसी के कार्यकारी बोर्ड द्वारा स्वीकृत नई मुक्केबाजी पात्रता के अनुसार स्थगित एशियाई खेल एशियाई देशों के लिए पहले क्वालीफायर होंगे।
कोटा स्थान आवंटन के महाद्वीपीय चरण के बाद 2024 में दो विश्व क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट आयोजित किए जाएंगे।
हालांकि पिछले महीने आईबीए ने एक बयान जारी कर कहा कि उसने मुक्केबाजी के अंतरराष्ट्रीय शासी निकाय के रूप में अपने खिलाड़ियों को पेरिस 2024 के लिए क्वालीफिकेशन हासिल करने के लिए एक स्पष्ट प्रक्रिया और मार्ग प्रदान करने की जिम्मेदारी ली है।
आईबीए ने घोषणा की कि नई दिल्ली और ताशकंद में क्रमशः आईबीए संचालित महिला और पुरुष विश्व चैंपियनशिप ‘मुख्य क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट’ होंगे।
लेकिन आईओसी ने तब से आईबीए के दावे को खारिज कर दिया है जिससे इस बात को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई थी कि बुधवार से यहां शुरू हो रही महिला विश्व चैंपियनशिप में ओलंपिक कोटा होगा या नहीं।
क्रेमलेव ने कहा, ‘‘हम अभी भविष्य के ओलंपिक खेलों के लिए योग्यता प्रणाली की बात नहीं कर रहे हैं। हमने सिर्फ यह पेशकश की है कि आईबीए क्वालीफिकेशन प्रणाली का संचालन करता है। हम आईओसी होने का ढोंग नहीं करते और उन्हें नहीं बताते कि ओलंपिक के बारे में क्या करना है लेकिन हमारा नियम है कि खेलों से पहले क्वालीफिकेशन टूर्नामेंटों की मेजबानी की जिम्मेदारी आईबीए की होनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें सुनिश्चित होना चाहिए कि सभी क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट का प्रबंधन आईबीए करे। कोई भी आईबीए की अनुमति के बिना क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट का आयोजन नहीं कर सकता है।’’
क्रेमलेव ने कहा, ‘‘इसमें कोई विवाद नहीं है कि आईओसी इस क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट को नियंत्रित करेगी लेकिन हमें एक दूसरे के साथ सहयोग करने की जरूरत है।’’
आईओसी दिल्ली में होने वाले इस बड़े आयोजन के लिए एक निगरानी दल भेजेगा।
क्रेमलेव ने कहा, ‘‘जैसा कि आप देख सकते हैं कि हमने प्रोफेसर मैकलारेन जैसे कई तटस्थ विशेषज्ञों को आमंत्रित किया है। आईओसी भी यहां होगा और यहां हमारे काम की समीक्षा करेगा।’’