न्यूयार्क। गत चैम्पियन नोवाक जोकोविच, राफेल नडाल और रोजर फेडरर सोमवार
से यहां फ्लशिंग मिडोज हार्डकोर्ट में शुरू होने वाले अमेरिकी ओपन के पुरूष वर्ग में प्रबल दावेदार होंगे
और महिला वर्ग में सेरेना विलियम्स इतिहास रचने की कोशिश करेंगी। कई युवा खिलाड़ी पुरूष टेनिस के
‘बिग थ्री’ की चुनौती शुरू में समाप्त करने की कोशिश करेंगे लेकिन उनके लिये मुकाबले इतने आसान
नहीं होंगे। शीर्ष रैंकिंग के खिलाड़ी जोकोविच के नाम 16 ग्रैंडस्लैम खिताब हैं और वह इसे बढ़ाने का
प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इसमें मिलने वाली चुनौती से वाकिफ हूं। ’’ फेडरर 20 ग्रैंडस्लैम के
सर्वकालिक रिकार्ड में और ट्राफी जोड़ना चाहेंगे। उन्होंने, जोकोविच और स्पेनिश सुपरस्टार नडाल ने
मिलकर यहां पिछले 11 ग्रैंडस्लैम खिताब हासिल किये हैं। फेडरर ने कहा, ‘‘नोवाक, राफा और मैं स्वस्थ
हो चुके हैं। एंडी मरे भी धीरे धीरे वापसी कर रहे हैं। इससे युवा खिलाड़ियों के लिये काफी मुश्किल हो
जायेगी। मैं अमेरिकी ओपन से पहले इतने वर्षों बाद इतना बेहतर महसूस कर रहा हूं जो प्रेरणादायी है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अमेरिकी ओपन के लिये तैयार हूं। इसमें कोई शक नहीं टूर्नामेंअ को जीतना काफी
मुश्किल होगा। ’’ तीसरे वरीय फेडरर ने हालांकि कहा, ‘‘मैं खुद पर अतिरिक्त दबाव नहीं डाल रहा हूं। मैं
जानता हूं कि यह काफी कठिन होगा। मुझे लगता है कि मैं उन खिलाड़ियों में शामिल हूं जो यह कर
सकते हैं। ’’ जोकोविच ने पिछले पांच में से चार ग्रैंडस्लैम जीते हैं, जून में फ्रेंच ओपन फाइनल में उन्हें
नडाल से हार मिली थी। 32 साल के सर्बियाई खिलाड़ी ने कहा कि उन्होंने पिछले कुछ समय में खिताब
बचाने के अतिरिक्त दबाव से निपटना सीख लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘ग्रैंडस्लैम खिताब के बचाव की
चुनौती काफी ज्यादा होती है। आप इन टूर्नामेंट को जीतना चाहते हो। आप इन्हीं में चमकना चाहते हो।
’’ नडाल (33 साल) ने रोम, फ्रेंच ओपन और मांट्रियल में खिताबी जीत से शानदार प्रदर्शन किया है, वह
विम्बलडन के सेमीफाइनल में फेडरर से हार गये थे। नडाल ने कहा, ‘‘बड़े टूर्नामेंट में सकारात्मकता के
साथ आने से मदद मिलती है। इससे आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है। मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं।
मैंने अच्छा अभ्यास किया है। ’’ दूसरी रैंकिंग पर काबिज नडाल ने जून में 12वां फ्रेंच ओपन खिताब
जीता था। 18 बार के ग्रैंडस्लैम विजेता नडाल हालांकि फेडरर और जोकोविच दोनों ड्रा के दूसरे हाफ में
होने से उत्साहित नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अपने मैच जीतने होंगे क्योंकि तभी मैं सेमीफाइनल में
उनसे भिड़ सकता हूं। मुझे इससे पहले काफी काम करना होगा। ’’ रूस के दानिल मेदवेदेव ने अमेरिकी
ओपन की तैयारियों के लिये आयोजित टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है, उन्होंने सिनसिनाटी में खिताब
जीता तो वह वाशिंगटन और मांट्रियल में उप विजेता रहे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं खुद को प्रबल दावेदारों में
नहीं मानता क्योंकि अपने करियर में मैं एक ग्रैंडस्लैम के क्वार्टरफाइनल तक भी नहीं पहुंचा हूं। हालांकि
जब मैं अपना सर्वश्रेष्ठ टेनिस खेलता हूं तो मैं किसी को भी हरा सकता हूं। ’’ आस्ट्रिलया के चौथे वरीय
डोमिनिक थिएम रोलां गैरां फाइनल में नडाल से हार गये थे और वह भी खतरा बन सकते हैं। नडाल ने
कहा, ‘‘हर साल वह सुधार कर रहा है। हर दिन वह काफी मजबूत हो रहा है और हर साल वह और
ज्यादा मजबूत हो रहा है। ’’ जर्मनी के छठी रैंकिंग के एलेक्जैंडर ज्वेरेव ने चेताया कि कम वरीयता प्राप्त
खिलाड़ियों की अनदेखी करना सही नहीं होगा जिसमें जापान के सातवें वरीय केई निशिकोरी और यूनान
के आठवीं रैंकिंग के स्टेफानोस सिटसिपास शामिल हैं। ज्वेरेव ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से बिग थ्री के बारे
में हमें बात करने की जरूरत नहीं है। इसमें निश्चित रूप से नोवाक प्रबल दावेदार हैं, इसमें कोई शक
नहीं। लेकिन कुछ और खिलाड़ी भी अच्छा टेनिस खेल रहे हैं और मुझे लगता है कि ये भी कुछ खतरा
पैदा कर सकते हैं। ’’ अमेरिका की 37 साल की खिलाड़ी सेरेना टेनिस इतिहास रचने की कोशिश करेंगी
लेकिन कई ग्रैंडस्लैम विजेता और ऊंची रैंकिंग की प्रतिद्वंद्वी उनकी राह मुश्किल कर सकती हैं। सेरेना
पहले दौर में रूस की मारिया शारापोवा से भिड़ेंगी। उन्हें पिछले साल के अमेरिकी ओपन फाइनल में
नाओमी ओसाका से हार का सामना करना पड़ा था। सेरेना अपना 24वां ग्रैंडस्लैम एकल खिताब जीतना
चाहेंगी ताकि वह मारग्रेट कोर्ट के सर्वकालिक रिकार्ड की बराबरी कर सकें। वह क्वार्टरफाइनल में दूसरी
वरीय और फ्रेंच ओपन चैम्पियन एशले बार्टी से भिड़ सकती हैं। सेरेना ने 2017 आस्ट्रेलियन ओपन के
बाद से कोई ग्रैंडस्लैम नहीं जीता है। वह पिछले साल अमेरिकी ओपन में ओसाका से हारी और पिछले दो
विम्बलडन फाइनल में उन्हें पराजय का मुंह देखना पड़ा जिसमें पिछले महीने वह रोमानिया की सिमोना
हालेप से पराजित हुईं। बार्टी, ओसाका, हालेप और चेक गणराज्य की तीसरी वरीय कैरोलिना प्लिस्कोवा
भी अपना पहला ग्रैंडस्लैम हासिल करना चाहेंगी। सेरेना पीठ में दर्द के कारण डब्ल्यूटीए टोरंटो फाइनल में
रिटायर होने के बाद से नहीं खेली हैं जिससे कनाडा की बियांका एंद्रेस्कू ने खिताब जीता था।