नई दिल्ली। सीबीएसई की 10वीं गणित और 12वीं अर्थशास्त्र की परीक्षा का पेपर लीक होने से देश के लाखों छात्रों के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है। परीक्षा रद्द होने की के बाद नाराज छात्र व उनके परिजन दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों और परिजनों की मांग है कि या तो सभी विषयों की फिर से परीक्षा हो या फिर हो ही नहीं। इस बीच पूरे मामले को लेकर केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि पेपर लीक के आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 16 लाख छात्रों ने जो इम्तिहान दिया वो पेपर रद्द होना दुखद है। उन छात्रों और उनके माता-पिता की चिंता को समझता हूं क्योंकि मैं भी एक पालक हूं। जिन लोगों ने पेपर लीक का काम किया है उनको बख्शेंगे नहीं, मुझे पूरी उम्मीद है कि पुलिस ने जैसे एसएससी के मामले में 4 लोगों को पकड़ा है वैसे ही इसमें भी कार्रवाई करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि पेपर रद्द होने की खबर के बाद कई पेरेंट्स की तरह मुझे भी नींद नहीं आई। सीबीएसई की छवि को दाग लगा है और इसलिए हम इसकी गहराई में जाएंगे। मेरी पूरी सहानुभूति छत्रों के साथ है और उनके साथ अन्याय ना हो इस पर विचार कर रहे हैं। पीएम ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है। शिक्षा में अपराध को खत्म कैसे कर सकते हैं तो उससे निपटने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
पेपर लीक को लेकर कांग्रेस मुखर हो गई है एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मानव संसाधन मंत्री और सीबीएसई चेयरमैन के हो हटाए बिना मामले में निष्पक्ष जांच संभव नहीं है। व्यापम और एसएससी के बाद अब सीबीएसई के पेपर लीक हुए हैं और छात्रों के अनुसार इन दो के अलावा भी पेपर लीक हुए है। 2017 में 12वीं के प्रश्नपत्रों की मार्किंग में भी गलती सामने आई थी।
बता दें कि पेपर लीक की खबरों के बाद सीबीएसई ने बुधवरा को 10वीं गणित और 12वीं अर्थशास्त्र का पर्चा रद्द कर फिर से परीक्षा आयोजित करने की घोषणा की है।