बैंगलुरू। कर्नाटक में भले ही विधानसभा चुनाव होने में अभी वक्त बचा हो, मगर प्रदेश की सियासत अभी से ही गरमाई हुई है। कोई भी पार्टी एक-दूसरे पर सियासी वार करने का मौका नहीं छोड़ रही है।
जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी ने इस बार कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया पर निशाना साधा है और इसके लिए उनके जूतों की कीमत को आधार बनाया गया है। एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि- “ आज जिस देश में लाखों लोग गरीबी रेखा से नीचे अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं, वहां राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया 70 हजार के जूते पहन रहे हैं।” इस बयान के बाद से ही राज्य की सियासत में उबाल आ गया है।
जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष कुमारस्वामी यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि- “ये शख्स 60 से 70 हजार के जूते पहनता है और विपक्षी दलों पर झूठ बोलने का आरोप लगाता है।”
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की शाहखर्ची से जुड़ा ये कोई पहला मामला नहीं है, थोड़े दिन पहले ही विपक्षी पार्टियों ने सिद्धारमैया पर 80 लाख की विदेशी घड़ी पहनने का आरोप लगाया था। इतना ही नहीं विपक्षी दलों ने सिद्धारमैया की कथनी और करनी में अंतर का भी आरोप लगाया था।
पिछले हफ्ते कुमारस्वामी पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने झूठ बोलने का आरोप लगाया था। सिद्धारमैया ने कुमारस्वामी की ग्राम वास्तव यात्रा को आधार बनाते हुए कहा था कि जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष कुमारस्वामी की ये यात्रा महज दिखावा है, क्योंकि कुमारस्वामी गरीबों के बीच वीआईपी की तरह रह रहे हैं। उनके सोने के लिए गांव में अलग से इंतजाम होता है।
कुमारस्वामी और कर्नाटक सरकार के बीच खींचतान की शुरुआत तब हुई थी, जब जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष कुमार स्वामी ने कर्नाटक सरकार पर परिवहन विभाग के नाकों को अवैध कमाई का अड्डा बनाने का आरोप लगाया था। कुमार स्वामी ने सरकार पर आरोप लगाया था कि इसके जरिए सरकार गुंडा तत्वों को बढ़ावा दे रही है और इस तरह के नाकों से हर महीने 200 करोड़ की अवैध वसूली हो रही है। केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी लागू करने के बाद भी राज्यों के चुंगी नाकों और चेक पोस्ट पर ट्रक वालों से अवैध वसूली का खेल चल रहा है।
कर्नाटक के पूर्व सीएम कुमारस्वामी यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि हर चेक पोस्ट से रोजाना 35 लाख की वसूली हो रही है और ये पूरा घोटाला एक हजार करोड़ से ज्यादा का है।
इस अवैध वसूली को लेकर कुमारस्वामी ने खुलासा किया था कि ये पैसा कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के चुनाव अभियान के लिए इकठ्ठा किया जा रहा है।