लखनऊ, 10 नवंबर (वेबवार्ता)। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने देश में 500 व 1,000 रुपये के नोट बंद करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले को आर्थिक आपातकाल करार देते हुए कहा कि उनकी नीयत साफ नहीं है।
बसपा अध्यक्ष ने गुरुवार सुबह पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि देश की सीमा पहले की तरह ही असुरक्षित है। मोदी सरकार से जनता मायूस है। सरकार का ध्यान किसानों की ओर न जाकर देश के बड़े-बड़े पूंजीपतियों की ओर है।
बसपा प्रमुख ने कहा कि लोगों का चुनाव से ध्यान हटाने के लिए बड़े नोटों को बंद करने का कदम उठाया गया है। उन्होंने कहा, मोदी ने गरीबों के बारे में नहीं सोचा है। इससे भाजपा को आर्थिक मजबूती मिली है। अभी तक विदेश से कालाधन नहीं आया है। नोट के बंद होने के बाद से हर तरफ हाहाकार मच गया है। प्रधानमंत्री मोदी के इस फैसले से आम जनता के दैनिक कार्य प्रभावित हुए हैं।