हैदराबाद। तेलंगाना सरकार ने बाल मजदूरी करने वाले बच्चों के लिए अच्छी पहल की है। अब सरकार ऐसे बच्चों के लिए राज्य भर में विशेष स्कूल खोलेगी।
इस संबंध में राज्य सरकार ने केंद्र को जो प्रस्ताव भेजा था। उस पर अमल भी शुरू हो गया है। इसके तहत केंद्र ने राज्य सरकार के अफसरों को निर्देश दिए हैं कि वो बाल मजदूरी कर रहे बच्चों और स्कूल छोड़ने वालों का सर्वे करे। इस काम के लिए अलग से हर राज्य को चार लाख रुपए भी दिए जाएंगे।
इस मामले में लेबर डिपार्टमेंट के प्रमुख सचिव शशांक गोयल ने बताया कि, शिक्षा और लेबर विभाग ने बाल मजदूरों और स्कूल छोड़ने वाले बच्चों की सही संख्या जानने के लिए सर्वे शुरू कर दिया है।
साल 2016-17 में राज्य के श्रम विभाग ने ऑपरेशन मुस्कान के तहत राज्य में 880 बच्चों को रेस्क्यू किया था। वहीं स्कूली शिक्षा विभाग के मुताबिक, राज्य में 2016-17 में 21,467 ऐसे बच्चे मिले, जो स्कूल छोड़ चुके हैं। चाइल्ड लेबल एक्ट के तहत 14 साल के बच्चों से किसी भी तरह का काम कराना कानूनन अपराध है। ताकि शिक्षा के अधिकार पर सही तरह से अमल हो सके।
सर्वे के बाद तेलंगाना सरकार का श्रम विभाग ये रिपोर्ट बनाएगा कि जिलों में ऐसे कितने विशेष स्कूलों की आवश्यकता होगी। इस जानकारी को केंद्र सरकार से भी साझा किया जाएगा।