नई दिल्लीः हिमाचल प्रदेश में पिछले 2 दिनों से बारिश का दौर जारी है, जिसके चलते क्षेत्र के सभी नदी और नाले उफान पर हैं. हिमाचल के अलग-अलग इलाकों में बारिश ने अपना रौद्र रूप दिखाया है. बाढ़ और नदी नालों में उफान के चलते प्रदेश के 232 से ज्यादा सड़कें बंद हैं. मनाली और कुल्लू के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग 3 भूस्खलन और भारी बारिश के कारण आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया. भारी वाहनों की आवाजाही बंद है, लेकिन हल्के वाहन अभी भी चल रहे हैं.
लगातार बारिश के कारण ब्यास नदी भी उफान पर है, जिससे कुल्लू के अखाड़ा बाजार में बना अस्थाई वैली ब्रिज भी ब्यास नदी के बहाव के साथ बह गया. ब्रिज के बह जाने के बाद प्रशासन ने यहां आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी है और ट्रैफिक को लैफ्टवैंक से डायवर्ट कर दिया है. पुलिस प्रशासन ने ब्यास नदी के किनारे रह रहे लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी देते हुए घरों को खाली करने को कहा है.
बता दें बारिश के चलते ब्यास और पार्वती नदी का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है, जिससे लारजी और पंडोह डैम से आज रात 12 से 2 बजे के बीच पानी छोड़ा जाएगा. यही कारण है कि प्रशासन ने नदी के किनारे रह रहे लोगों को अलर्ट जारी करते हुए घर खाली करने को कहा है. इसके साथ ही प्रशासन ने आपदा के लिए इमरजेंसी नंबर 1077 भी जारी किया है, जिस पर आपदा प्रभावित लोगों को संपर्क करने के लिए कहा गया है.
वहीं लाहौल स्पीति में NH-3 के बाधित हो जाने के कारण कोकसर से ग्रांफू तक वाहन फंसे हुए हैं और मनाली-केलंग के बीच कोकसर के पास नाले में बाढ़ आ जाने के कारण यहां भी दोनों तरफ काफी वाहन फंसे हैं. मिली जानकारी के मुताबिक कोकसर और ग्रम्फू के बीच एनएच-3 पर 450 से भी अधिक लोग फंसे हुए थे. मंडी जिले के बालीचोकी क्षेत्र में भी सड़क का कुछ हिस्सा क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.