नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और भगोड़े हथियार तस्कर संजय भंडारी के वित्तीय संबंधों की जानकारी सामने आई है। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने मोर्चा संभालते हुए कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी को इस पर चुप्पी तोड़नी चाहिए, नहीं तो उसे वाड्रा पर लगे आरोपों की स्वीकृति के तौर पर देखा जाएगा।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने भी कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर हमला बोला है। मीडिया में वाड्रा-भंडारी के संबंध उजागर होने के बाद भाजपा के तेवर तीखे हो गए हैं।
सीतारमन ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि वाड्रा के लंदन स्थित मकान और विदेश यात्रा के लिए भंडारी ने मदद मुहैया कराई थी। टीवी रिपोर्ट की मानें तो भगोड़े हथियार दलाल ने वर्ष 2012 में वाड्रा के लिए बिजनेस क्लास की टिकटें खरीदी थीं।
उन्होंने दावा किया कि भंडारी के बैंक खाते में 7.5 लाख स्विस फ्रैंक (करीब 4.95 करोड़ रुपए) जमा कराए गए थे। उन्होंने पूछा कि कहीं इस राशि का वाड्रा के लंदन स्थित मकान खरीदने से कोई संबंध तो नहीं है?
रक्षा मंत्री ने आरोप लगाया कि उनके बीच कम से कम तीन बार लेन-देन किया गया था, जिसके गंभीर वित्तीय प्रभाव हो सकते हैं।
भाजपा के इस हमले पर बेंगलुरु में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी वाड्रा के खिलाफ किसी भी तरह की जांच करा लें ताकि अनियमितता का पता चल सके।
वाड्रा ने मसले पर सीधी टिप्पणी न करते हुए फेसबुक पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा- ‘सुप्रभात, मैं सक्षम और मजबूत हूं। यदि मैं खुद पर भरोसा करता हूं तो मैं अपने सपनों को योजना में और उन्हें हकीकत में बदल सकता हूं।’