सिलीगुड़ी। जनऔषधि दिवस के अवसर पर सात मार्च से कोकराझार (असम) से शुरू हुई स्वस्थ भारत यात्रा-2 का तीसरा चरण सिलीगुड़ी में शनिवार को संपन्न हो गया है। तीसरे चरण में स्वस्थ भारत यात्रियों ने असम, मेघालय, त्रिपुरा, मणिपुर एवं नगालैंड का दौरा किया और 35 हजार किमी यात्रा कर 29 कार्यक्रमों के माध्यम से पूर्वोत्तर के लोगों को जनऔषधि, पोषण और आयुष्मान भारत के बारे में जागरूक किया। इसका चौथा चरण रविवार को विश्व टीबी दिवस के अवसर पर बिहार के भागलपुर से शुरू हो गया है। वरिष्ठ स्वास्थ्यकर्मी एवं स्वस्थ भारत (न्यास) के चेयरमैन आशुतोष कुमार सिंह ने पूर्वोत्तर के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि यहां के लोग बहुत ही मेहनती, ईमानदार एवं परोपकारी हैं। उन्होंने कहा कि यहां की महिलाएं पूर्वोत्तर की अर्थव्यवस्था की धुरी हैं। पूर्वोत्तर में खासतौर से वनवासी इलाकों में स्वास्थ्य को लेकर सघन जागरुकता अभियान चलाए जाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार की अच्छी-अच्छी योजनाओं का लाभ यहां के लोग नासमझी में नहीं उठा पाते हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि लोगों को तब तक जागरूक किया जाए, जब तक उनमें स्वास्थ्य की समझ विकसित नहीं हो जाती। तीसरे चरण में पांच राज्यों में जिन प्रमुख शहरों में यात्रा पहुंची, उसमें कोकराझार, गुवाहाटी, शिलांग, करीमगंज, बदरपुर (असम), अगरतला, पानीसागर, सिलचर, इंफाल, कोहिमा, दीमापुर और तेजपुर प्रमुख हैं। इस यात्रा में वरिष्ठ पत्रकार प्रसून लतांत, प्रियंका सिंह, शंभू कुमार, विवेक शर्मा, पवन कुमार एवं विनोद रोहिल्ला शामिल रहे। उल्लेखनीय है कि अब तक कुल 109 कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनमें 21 दिनों के पहले चरण में 50 आयोजन हुए जबकि 15 दिनों के दूसरे चरण में 30 एवं 16 दिनों के तीसरे चरण में 29 आयोजन हुए। महात्मा गांधी के 150वीं जयंती वर्ष पर गांधी जी के शहादत दिवस 30 जनवरी को उनके साबरमती स्थित साबरमती आश्रम से स्वस्थ भारत यात्रा-2 की शुरुआत हुई। इस यात्रा को विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों एवं गैर-सरकारी संस्थाओं का भरपूर समर्थन मिल रहा है। इस यात्रा में आम लोग भी भरपूर साथ दे रहे हैं। यात्री दल के साथ आम लोग पदयात्रा, बाइक यात्रा एवं सभा-संगोष्ठी का आयोजन कर रहे हैं।