नई दिल्ली।माननीय उपराज्यपाल, श्री वीके सक्सेना ने आज 1500 नवनियुक्त सरकारी अधिकारियों/कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए, जिनमें शिक्षा विभाग के 324 प्रधानाध्यापक शामिल हैं। यह उल्लेख करना भी प्रासंगिक है कि अकेले शिक्षा निदेशालय ने 861 नई भर्तियां की हैं, जबकि दिल्ली अग्निशमन सेवाओं में 500 नई नियुक्तियां की गई हैं। चयनित उम्मीदवारों की बड़ी संख्या महिलाएं, दिव्यांग और अन्य आरक्षित श्रेणियों से हैं।
आज का समारोह राष्ट्रिय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के सेवा विभाग द्वारा विज्ञान भवन में आयोजित 24.02.2023 के इसी तरह के समारोह के 60 दिनों से भी कम समय के भीतर, जिसमें माननीय उपराज्यपाल ने विभिन्न विभागों / स्थानीय निकायों / स्वायत्त निकायों में नव चयनित नियुक्तियों को नियुक्ति पत्र सौंपे थे, आयोजित किया गया। मुख्य सचिव, दिल्ली, रा.रा.क्षे. दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों/स्थानीय निकायों/स्वायत्त निकायों के प्रमुख और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
इस अवसर पर माननीय उपराज्यपाल ने नवनियुक्त सरकारी कर्मचारियों को बधाई दी और इस बात पर जोर दिया कि सरकारी नौकरी न केवल उनके और उनके परिवारों के लिए आजीविका का एक स्रोत है बल्कि यह अत्यंत समर्पण, ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ समाज की सेवा करने के लिए एक प्रतिबद्ध जिम्मेदारी है।
श्रोताओं/प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए, माननीय उपराज्यपाल, श्री वीके सक्सेना ने बताया कि वह राष्ट्रिय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार में लंबे समय से रिक्त पड़े पदों के लिए स्थायी आधार पर भर्ती करके दिल्ली में मानव ससांधन बढ़ाने की आवश्यकता पर लगातार जोर दे रहे हैं।
श्री सक्सेना ने कहा कि यह न केवल युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करेगा बल्कि साथ ही यह दिल्ली के समग्र विकास के लिए आवश्यक मानव ससांधन की उपलब्धता भी सुनिश्चित करेगा। उन्होंने श्रोताओं को आगे बताया कि वह राष्ट्रिय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार में विभिन्न स्तरों पर स्थायी रिक्तियों को भरने के लिए भर्ती प्रक्रिया की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे हैं और संबंधित विभागों द्वारा किए गए ठोस प्रयासों और पारदर्शी भर्ती प्रणाली के कारण पिछले 10 महीनों में 15,000 से अधिक पदों को भरना संभव हो पाया है।
माननीय उपराज्यपाल ने श्रोताओं को आगे बताया कि वर्ष 2010-2011 से शिक्षा विभाग में प्रधानाचार्यों के पद बड़ी संख्या में रिक्त पड़े थे और इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब यूपीएससी के माध्यम से 324 प्रधानाचार्यों की भर्ती की गई है, जो अपने आप में एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने नवनियुक्त प्रधानाचार्यों से दिल्ली में एक मजबूत शिक्षा प्रणाली बनाने के लिए पूर्ण समर्पण के साथ काम करने का भी आग्रह किया। उन्होंने आगे श्रोताओं को बताया कि शिक्षा विभाग को मजबूत करने के लिए 500 से अधिक पीजीटी और टीजीटी की भी नियुक्ति की गई है। शिक्षा विभाग में की गई नियुक्तियों के अलावा दिल्ली अग्निशमन सेवा, एफएसएल, डीटीसी और योजना विभागों में भी रिक्त पदों को प्राथमिकता के आधार पर भरा गया है। उन्होंने आगे बताया कि रिक्त पदों को स्थायी आधार पर भरना उनकी प्राथमिकता बनी रहेगी और शेष रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरा जाएगा। माननीय उपराज्यपाल ने मुख्य सचिव, दिल्ली और उनकी टीम द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।
माननीय उपराज्यपाल ने आगे कहा कि इन नियुक्तियों से न केवल 1500 व्यक्तियों को सरकारी नौकरी मिल रही है, बल्कि 1500 परिवार लाभान्वित और सशक्त हो रहे हैं।
यूपीएससी के माध्यम से भर्ती की गई नवनियुक्त सांख्यिकी अधिकारी सुश्री अनुपमा और नव नियुक्त टीजीटी श्री राधेश्याम मीणा ने सरकारी सेवक के रूप में नियुक्त होने पर अपने अनुभव साझा किए और माननीय उपराज्यपाल के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकारी नौकरी प्राप्त करना अपने आप में गर्व की बात है लेकिन माननीय उपराज्यपाल से नियुक्ति पत्र प्राप्त करना किसी सपने के सच होने जैसा है। उन्होंने आगे वादा किया कि वे अपने कर्तव्यों को समर्पण, निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभाएंगे और दिल्ली के नागरिकों की सेवा करेंगे।
मुख्य सचिव, दिल्ली ने नवनियुक्त सरकारी सेवकों को यह नौकरी प्राप्त करने हेतु प्रतियोगी परीक्षाओं में उनकी सफलता के लिए भी बधाई दी और उनसे कहा कि अब उम्मीद है कि वे एक सरकारी सेवक के रूप में बड़े उत्साह और सकारात्मक सोच के साथ काम करेंगे। उन्होंने श्रोताओं को आगे बताया कि माननीय उपराज्यपाल की दृढ़ इच्छा शक्ति और गंभीरता के कारण ही राष्ट्रिय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों में वर्ष 2017 से मार्च 2023 के बीच इतने कम समय में इतनी बड़ी संख्या में नियुक्तियां करना संभव हो पाया है जो भर्ती के विवरण से स्पष्ट है।