नई दिल्ली। जम्मू के सुंजवां में सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले को लेकर देशभर में गुस्सा नजर आ रहा है। हमले के घंटों बाद अब राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया सामने आने लगी है। इसी कड़ी में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने कहा है कि पाक नहीं माना तो इसका बुरा अंजाम होगा।
नेशनल कांफ्रेस के मुखिया फारूख अब्दुल्ला ने हमले को लेकर पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा है कि सारे आतंकी पाकिस्तान से आ रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा, ‘अगर पाकिस्तान भारत से अच्छे संबंध चाहता है तो उसे आतंकवाद बंद करना होगा। शांति कायम रखने के लिए पाकिस्तान को अपना रूख बदलना होगा और आतंकवाद बंद करना होगा, यदि पाकिस्तान नहीं माना तो बुरा नतीजा होगा और जंग हो जाएगी।’
नेशनल कांफ्रेंस विधायक ने विधानसभा में लगाए पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे
जम्मू-कश्मीर में शनिवार को आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले से बढ़े तनाव के बीच भाजपा ने इस हमले के विरोध में विधानसभा में जहां पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगे वहीं फारूख अब्दुल्ला की पार्टी के विधायक अकबर लोन ने सदन में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। इतना ही नहीं बाद में खुद को सही ठहराते हुए विधायक ने कहा कि यह उनका अपना मत है और इससे किसी दूसरे को दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
सेना के ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए है रक्षा मंत्रालय
इस बीच सेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को सुंजवां में चल रहे ऑपरेशन और हालिया स्थिति के बारे में जानकारी दी है। अब इस ऑपरेशन में वायु सेना भी शामिल हो गई है। ऑपरेशन के लिए उधमपुर से पैरा कमांडो बुला लिए गए हैं।
बता दें कि सुंजवां आर्मी कैंप में सेना के जवानों के हजारों क्वॉटर्स हैं। इसमें करीब तीन हजार जवान रहते हैं। यह जम्मू शहर में ही है। बताया जा रहा है कि कैंप के पीछे की दीवार से कूदकर आतंकी अंदर दाखिल हुए। आतंकियों ने गार्ड्स के बंकर पर सबसे पहले फायरिंग शुरू की। आतंकी अभी भी कैंप के अंदर मौजूद हैं। रुक-रुककर अंदर से फायरिंग की आवाजें आ रही हैं। हमले में एक जवान की बेटी भी घायल हो गई है। वहीं, सेना शिविर के 500 मीटर के आसपास के सभी स्कूलों को जिला प्रशासन द्वारा बंद रहने निर्देश दिए गए हैं।