पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि निजी क्षेत्र में आरक्षण का आधार सामाजिक एवं शैक्षिक पिछड़ेपन को बनाया जाना चाहिए। जो आधार सरकारी सेवाओं में आरक्षण का है, वही आधार निजी क्षेत्र में भी होना चाहिए।
सोमवार को लोक संवाद कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि वह आरंभ से ही प्रोन्नति में आरक्षण की बात करते रहे हैं। हाई कोर्ट के एक निर्णय से इस पर रोक लगी है। उन्होंने कहा कि रामविलास पासवान का यह कहना सही है कि केंद्र सरकार चाहे तो इस मामले में पहल कर सकती है।
नीतीश ने कहा कि निजी क्षेत्र में आरक्षण हम लोगों का विचार है। हम यहां आर्थिक आधार पर आरक्षण की बात नहीं कर रहे। असल में सरकारी क्षेत्र में नौकरियां कम हो रही हैं और निजी क्षेत्र में नौकरियों का दायरा बढ़ा है।
इसलिए निजी क्षेत्र की नौकरियों में आरक्षण होना चाहिए। आरक्षण का उद्देश्य सीमित है। जो लोग सदियों से उपेक्षित हैं उन्हें मुख्यधारा में लाने के लिए पुश करना होगा।
क्या जनेऊ व टीका है हिंदू होने की निशानी ?
नीतीश ने कांग्रेस और उसके राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। हाल ही में राहुल गांधी ने जनेऊ दिखाकर यह कहा था कि वह हिंदू हैं। इस प्रकरण पर प्रतिक्रिया पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग तो बिना जनेऊ वाले हिंदू हैं। क्या जनेऊ व टीका हिंदू होने की निशानी है? भाजपा पर आरोप लगाते हैं और खुद चरमपंथ की ओर बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने पूछा कि यह कहने का क्या मतलब कि हम जनेऊधारी हिंदू हैं? आपने यह कहकर पिछड़े वर्ग के हिंदू को तो साइडलाइन कर दिया।
कांग्रेस में शीर्ष पद पहले से तय : नीतीश
राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किए जाने के बारे में नीतीश ने कहा कि कांग्रेस में शीर्ष पद तो पहले से तय है। कांग्रेस में तो यह परंपरा है और पार्टी के संस्कार का मामला है। कांग्रेस के लोग दूसरी पार्टी के आंतरिक मामलों में बोलते हैं पर हमलोग नहीं बोलेंगे।