नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को विश्व क्षय रोग (टीबी) दिवस के मौके पर वैश्विक लक्ष्य से पांच साल पहले टीबी मुक्त भारत बनाने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि सही और पूर्ण उपचार ही टीबी के खिलाफ लड़ाई जीतने की कुंजी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संदेश में कहा कि वर्ष 2030 के वैश्विक लक्ष्य से पांच साल पहले 2025 तक भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारें देश को टीबी मुक्त बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र के प्रयास जैसे कि टीबी मुक्त भारत अभियान और आयुष्मान भारत स्वास्थ्य मानकों में सुधार कर रहे हैं और टीबी रोगियों को सहायता प्रदान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज विश्व टीबी दिवस पर हम टीबी मुक्त समाज को सुनिश्चित करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं। इससे गरीबों को बहुत फायदा होगा। मैं टीबी मुक्त आंदोलन को मजबूत करने वाले लोगों और संगठनों को भी सलाम करता हूं।
उल्लेखनीय है कि 1882 में क्षय रोग के जीवाणु की खोज करने वाले डॉ. रॉबर्ट कोच की स्मृति में प्रत्येक वर्ष 24 मार्च को ‘विश्व क्षय रोग दिवस’ मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व क्षय रोग दिवस का थीम वाक्य है, ‘इट्स टाइम’ अर्थात यही समय है।