नई दिल्ली। ट्विटर काफी समय से सुर्खियों में हैं। कभी कंपनी के लेऑफ को लेकर तो कभी लोगों के अकाउंड सस्पेंड करने को लेकर। भारत में भी कई बार ट्विटर और सरकार के बीच समजस्य की कमी देखी गयी है। ट्विटर के को-फाउंडर जैक डोर्सी ने भारत की मौजूदा मोदी सरकार को लेकर कई बड़े दावे किए हैं। ऐसे में मोदी सरकार को घेरने का विपक्ष को मौका मिल गया है। विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। डोर्सी ने कहा है कि किसान आंदोलन के दौरान भारत सरकार ने ट्विटर पर आलोचना करने वालों के अकाउंट सस्पेंड करने का दबाव बनाया था। अब इस मामले में मोदी सरकार के मंत्री ने जवाब दिया है। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने जैक डोर्सी के इस बयान को झूठा बताया है और कहा है कि ट्विटर ने हर बार भारतीय कानूनों का उल्लंघन किया। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्विटर पर ही तमाम तरह के आरोप लगा दिए।केंद्रीय सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मंगलवार को ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी के इस दावे का जोरदार खंडन किया कि किसानों के विरोध के दौरान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भारत सरकार के दबाव में आया था।डोर्सी के आरोप का खंडन करने के लिए ट्विटर पर चंद्रशेखर ने कहा, जैक डोर्सी ने ये साफ झूठ बोला है। शायद ट्विटर के इतिहास के उस बहुत ही संदिग्ध हिस्से को मिटाने की एक कोशिश है। डोर्सी और उनकी टीम ने भारतीय कानून का बार-बार और लगातार उल्लंघन किया था। असल में ट्विटर ने 2020 से 2022 तक भारतीय कानून का पालन नहीं किया, जिसके बाद जून 2022 में आखिरकार ये किया गया. इस दौरान कोई भी ट्विटर अधिकारी जेल नहीं गया और न ही ट्विटर पर बैन लगाया गया। डोर्सी के दौर में ट्विटर को भारतीय कानून की संप्रभुता को स्वीकार करने में दिक्कत थी।