नई दिल्ली।दिल्ली विश्वविद्यालय स्कूल ऑफ जर्नलिज़्म (डीएसजे) द्वारा सोसाइटी कॉन्क्लेव-23 का आयोजन मंगलवार, 25 अप्रैल को किया गया। आयोजन में डीयू सहित बाहर के कॉलेजों से भी अनेकों विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के समापन समारोह में दिल्ली विश्वविद्यालय सांस्कृतिक परिषद के चेयरपर्सन एवं पीआरओ अनूप लाठर बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहे जबकि समारोह की अध्यक्षता डीएसजे के मानद निदेशक प्रो. जेपी दुबे द्वारा की गई। इस अवसर पर श्री लाठर ने विद्यार्थियों को जीवन में सफलता के लिए मूल मंत्र देते हुए कहा कि अपने जीवन में कौशल और ज्ञान को बढ़ाते रहें और उसे अपडेट करते रहें। समारोह के अंत में विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया।
अनूप लाठर ने भावी पत्रकारों को सफलता के गुर देते हुए कहा कि अच्छे पत्रकार बनें और अपने अंदर कभी भी अहंकार न आने दें। आज की पत्रकारिता मिठास से भरी है; अहंकार का वक्त अब जा चुका है। उन्होने कहा कि फील्ड से जितनी भी जानकारी जुटाई जा सकती है, जुटाने; क्योंकि आपके पास जितनी अधिक वास्तविक जानकारी होगी, आप उतने ही सफल पत्रकार स्थापित होंगे। इसके साथ ही विषय-वस्तु के साथ अपनी प्रासंगिकता भी बनाए रखें ताकि चीजों को समझने में आसानी हो। उन्होंने डीएसजे में विभिन्न सोसायटियों द्वारा गतिविधियों के आयोजन के लिए संस्थान के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों और निदेशक को शुभकामनाएं एवं बधाई भी दी।
डीएसजे के मानद निदेशक प्रो. जेपी दुबे ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में मुख्य अतिथि अनूप लाठर का स्वागत किया। उन्होंने संस्थान एवं सोसाइटियों का परिचय देते हुए बताया कि इस वर्ष पहली बार 15 सोसाइटियों का गठन किया गया था। सभी सोसाइटियां विद्यार्थियों एवं शिक्षक समन्वयकों के निर्देशन में अच्छा काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि 5-6 वर्षों में डीएसजे ने अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। प्रो. दुबे ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में सभी विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि भविष्य में भी इसी तरह के सराहनीय कार्यक्रम आयोजित होते रहेंगे। इस अवसर पर मुख्यातिथि श्री अनूप लाठर द्वारा सोसाइटी हैंडबुक का विमोचन भी किया गया। समारोह के अंत में समन्वयक मिथलेश कुमार पांडे ने धन्यवाद ज्ञपित किया। इस अवसर पर संस्थान के अनेकों शिक्षक और सैंकड़ों विद्यार्थी उपस्थित रहे।